जौनपुर: मांगें न मानी गयीं तो संघर्ष को और मजबूत करेंगेः संतोष मिश्र | #AAPKIUMMID
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जौनपुर। मध्यान्ह भोजन के अन्तर्गत प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में रसोइया पद पर कार्य कर रहीं कार्यकत्रियों की पारिश्रमिक का भुगतान सुनिश्चित करने के लिये पूरे भारत में संघर्ष किया जा रहा है। राष्ट्रीय मध्यान्ह भोजन रसोइया फ्रंट के माध्यम से सरकार को चेताने के लिये आंदोलन किया जा रहा है। उक्त बातें फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष संतोष मिश्रा ने ‘पत्र-प्रतिनिधि’ से हुई भेंट के दौरान कही। उन्होंने आगे बताया कि फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणवीर सिंह के नेतृत्व में पूरे देश के जिलों में प्रदर्शन किया गया।
- जनपद से लेकर राजधानी दिल्ली तक हो चुका है धरना-प्रदर्शन
- राष्ट्रीय मध्यान्ह भोजन रसोइया फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष ने भरी हूंकार
संतोष मिश्र प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय मध्यान्ह भोजन रसोइया फ्रंट। |
सरकार द्वारा मानदेय जब तक सुनिश्चित न हो तब तक श्रम विभाग भारत सरकार द्वारा लागू अकुशल श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी के रेट से प्रतिमाह भुगतान किया जाय। कार्यरत रसोइयों को 12 माह का पूरा भुगतान किया जाय। रसोइयों का चयन जिला शिक्षा अधिकारी या जिलाधिकारी द्वारा किया जाय। रसोइयों के कार्य दबाव को देखते हुये 30 बच्चों के नामांकन पर एक रसोइया बहाल किया जाय। रसोइयों को विशेष अवकाश व मातृत्व अवकाश दिया जाय। कार्यरत रसोइयों को वर्ष भर में 2 सूती साड़ी व पुरूष को दो सेट कपड़ा दिया जाय।
कार्यरत रसोइयों को कार्य के दौरान दुर्घटना या जलने पर उपचार हेतु चिकित्सकीय व्यवस्था या धनराशि उपलब्ध करायी जाय। कार्यरत रसोइयों को 5 लाख रूपये का बीमा सरकार द्वारा निःशुल्क कराया जाय। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष संतोष मिश्रा ने कहा कि यदि सरकार ने हमारी मांगों पर विचार करते हुये समस्याओं का समाधान नहीं किया तो हम अपने संघर्ष को और मजबूत करेंगे। इस दौरान उनके साथ प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र प्रसाद व अन्य सहयोगी भी उपस्थित रहे।