मुसलमानों में फिलने को बढ़ावा देने वाले तौहिदी से होशियार रहने की जरूरत : मौलाना उरूज हैदर खां
जौनपुर। शिया जामा मस्जिद नवाब बाग जौनपुर में नमाजे जुमा में खुतबे में नमाजियों को सम्बोधित करते हुये जामिया इमानिया नासिरिया जौनपुर के अध्यापक मौलाना उरूज हैदर खां ने कहा कि आस्ट्रेलिया में निवास करने वाले तथा कथित धर्मगुरू इमाम तौहिदी के भारत आगमन का विरोध किया जाना चाहिए।

तौहिदी मुसलमानों में आपस में दंगा कराने में महारत रखता है। मुसलमानों में इस समय एकता की जरूरत है। यह तौहिदी कुम ईरान के इस्लामी विश्व विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहा था परन्तु इसकी गति विधिया संदिग्ध थी इसलिए ईरान से निष्कासित कर दिया गया। इसने आस्ट्रेलिया को अपना ठिकाना बनाया जहा से ये इस्लाम विरोधी गति विधियों में संलिप्त है। यह शियों का कतई प्रवक्ता नहीं हो सकता है। इस्लाम दुश्मन ताकतों के एजेन्ट के तौर पर मीडिया के उन चैनलो से जुड़ा हुआ है। जो इस्लम की महिमा एवं गरीमा को घटाने का काम कर रहें है। 
शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता असलम नकवी ने कहा कि भारत में इमाम तौहिदी के आगमन मे भी उन्हीं ताकतो का हाथ है जो मुसलमानों को आपस में लड़ना चाहती है। इसलिए हम सबको खास तौर पर नौजवानों को होशियार रहने की जरूरत है।
 शिया जामा मस्जिद के मुतवल्ली शेख अली मंजर डेजी ने इमाम तौहिदी के भारत आगमन की कड़े शब्दों में निन्दा की और भारत सरकार से मांग की तौहिदी के भारत आगमन पर रोक लगाई जाय। शिया जामा मस्जिद प्रबन्ध समिति के वरिष्ट सदस्य तालिब रजा शकील एडवोकेट ने कहा कि तौहिदी के भारत आगमन से मुस्लिम समाज में वैमनस्यता होने का खतरा है। प्रबन्ध समिति के सदस्य तहसीन अब्बास सोनी एवं अन्य सदस्यों एवं उपस्थित नमाजियों ने तौहिदी के भारत आगमन का कड़ा विरोध किया।