लखनऊ। प्रयागराज कुम्भ में आयोजित धर्मसभा में गौ माता को राजमाता का दर्जा देने का मुद्दा उठेगा। लोक परमार्थ सेवा समिति ने कुम्भ में आयोजित होने वाली धर्मसभा में गौ माता को राज माता का दर्जा दिए जाने का मुद्दा मथुरा वृन्दावन के मलूक पीठाधीश्वर राजेन्द्र दास महाराज उठायेंगे।
इसके अलावा समिति ने विश्व हिन्दू परिषद के गौ रक्षा विभाग उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के प्रभारी डॉ. हेमंत दुबे के अलावा कई साधु संतों से भी अनुरोध किया है, जिस पर दोनों ने अपनी सहमति दी है। समिति की प्रवक्ता श्रीश शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश भारत वर्ष का सबसे बड़ा राज्य है और यहां के मुख्यमंत्री स्वयं गौभक्त हैं। यदि उनके शासनकाल में गौमाता को राज्य माता का दर्जा न मिला तो इससे गौभक्तों को काफी निराशा होगी। जब तक गौमाता को उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में सम्मान नहीं मिलेगा, तब तक राम मंदिर बनने के मार्ग में अड़चने आती रहेंगी, क्योंकि गौ को पूजे कृष्ण कन्हाई, गौ से प्रेम करें रघुराई।
शर्मा ने बताया समिति पिछले कई वर्षों से गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिए जाने का अनुरोध उत्तर प्रदेश सरकार से करती आ रही है। समिति ने 7 दिसम्बर 2017 को उत्तर प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों को पत्र भेजकर अनुरोध किया था कि वे भी अपने स्तर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिलवाने में अपना योगदान दे लेकिन समिति को कष्ट तब हुआ जब उत्तर प्रदेश सरकार के एक मात्र मंत्री जय कुमार जैकी ने समिति को जवाब दिया बाकी किसी मंत्री का जवाब नहीं मिला। इससे समिति व गौ भक्तों को बहुत निराशा हुई।

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