• पूर्ण मनोयोग के साथ शोध करें शोधार्थी: कुलपति

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय भवन में बुधवार को सामाजिक विज्ञान के शोधार्थियों के लिए शोध प्रविधियां विषयक 10 दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। उक्त कार्यशाला भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित की गई। कार्यशाला के समापन सत्र में प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया।
समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि मणिपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आद्या प्रसाद पांडेय ने कहा कि भारत में गहन शोध की आवश्यकता है विदेशों में शोध का स्तर और अपने देश के शोध के स्तर में काफी अंतर है। हमारे पूर्वज अच्छे शोधार्थी थे हर कार्य में उनका दृष्टिकोण वैज्ञानिक था। उन्होंने कहा कि शोधार्थी जिस भी क्षेत्र में शोध कर रहे हैं पूर्ण मनोयोग के साथ शोध करें। अपने  पुरातन ज्ञान का अध्ययन कर बहुत कुछ नवीनता के साथ समाज को दे सकते हैं।
अध्यक्षीय संबोधन में व्यवहारिक मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह ने कहा कि यह कार्यशाला शोधार्थियों द्वारा किये जाने वाले  कार्य की गुणवत्ता में सुधार लाएगी। कार्यशाला के निदेशक अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय द्विवेदी ने कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की एवं धन्यवाद् ज्ञापन किया। कार्यशाला के समापन सत्र में प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया।
इस अवसर पर डॉ. वीणा पांडेय, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. सचिन अग्रवाल, डॉ. मनोज पांडेय, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, अन्नू त्यागी आदि मौजूद रहे।





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