जौनपुर। अयोध्या में राम मन्दिर व बाबरी मस्जिद प्रकरण को लेकर हुये विवाद के आज 27 साल हो गये हैं जिसके बाद आम जनमानस में सब कुछ सामान्य भी हो गया है, क्योंकि उक्त प्रकरण का मामला अब न्यायालय में विचाराधीन है। इसके बावजूद जहां मुस्लिम समुदाय के लोग काला दिवस मनाते हैं, वहीं हिन्दूवादी संगठन के लोग शौर्य दिवस मनाते हैं।
वह क्रम इस बार भी 6 दिसम्बर को देखने को मिला। देखा गया कि गुरूवार को शिया समुदाय द्वारा अटाला मस्जिद पर जलसा किया गया जहां अध्यक्षता करते हुये पूर्व विधायक अफजाल अहमद ने कहा कि जब तक उस जगह पर बाबरी मस्जिद का निर्माण नहीं हो जाता तब तक काला दिवस मनाते रहेंगे।
इस अवसर पर डा. शकील, अनवारूल हक, सै. मसूद मेंहदी, मजहर आसिफ, अरशद कुरैशी, असलम शेर खां, शकील मंसूरी, नेयाज ताहिर, इमरान, हिसामुद्दीन शाह, जामे हबीब, मो. राईनी, असफाक मंसूरी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। संचालन हफीज शाह ने किया। अन्त में महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया।
वहीं दूसरी ओर हिन्दूवादी संगठनों के सैकड़ों युवाओं ने शौर्य दिवस मनाया। काफी भव्य रूप से निकाली गयी शोभायात्रा में शामिल लोग जहां ध्वज फहराते हुये चल रहे थे, वहीं ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से बजने वाले गीतों पर नृत्य भी रहे थे। चार पहिया, दो पहिया वाहन पर सवार लोगों के अलावा काफी संख्या में लोग पैदल चल रहे थे। सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गये थे तथा स्वयं सिटी मजिस्ट्रेट व क्षेत्राधिकारी मयफोर्स चल रहे थे।




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