• ज़ायका रेस्टोरेंट के माध्यम से मैं समस्त देशवासियों से एक अपील भी करना चाहूंगा कि जब आप इस पावन त्योहार को सेलिब्रेट करें तो ये भी ध्यान रखें कि कहीं आपके आसपास कोई ऐसा परिवार तो नहीं, जो गरीबी की वजह से इस त्योहार को मना नहीं पा रहा है।
  • जब आप अपने बच्चों को नये कपड़े पहनाये तो एक बार अपने पड़ोसी की भी खबर ले लें कि उनके बच्चों ने क्या पहन रखा है?
  • जब आप अपने बच्चों के साथ फुलझड़ियों का आनंद लें तो कुछ असमर्थ परिवार के बच्चों को भी साथ ले लें।
  • जब आप अपने घरों पर दिये जलायें तो इस बात का ख्याल भी जरूर रखें कि किसी के घर आज अंधेरा न हो।
  • यकीन मान लीजिये अगर आपने ऐसा कर लिया तो आप को एक आंतरिक खुशी मिलेगी और तब सही मायने में आप इस त्योहार का आनंद दिल से ले पायेंगे।
आओ इस दिवाली कुछ खास करते हैं।
सबके साथ चलते हैं,
सबके पास चलते हैं।

निवेदक
ज़ायका रेस्टोरेंट
मोहम्मद अज़मत अली