मयंक तिवारी
मेरठ। हाशिमपुरा कांड मामले में पीएसी के 4 जवानों ने सरेंडर कोर्ट में सरेंडर किया है। उन्होंने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में सरेंडर किया है। अन्य 11 जवानों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। 

22 मई 1987 को हाशिमपुरा में एक व्यक्ति की हत्या हुई थी। हत्या के बाद हाशिमपुरा में माहौल भड़का था। सर्च ऑपरेशन के नाम पर पीएसी जवानों पर आरोप लगाया गया था। पीएसी जवानों पर 43 लोगों की हत्या कर मुरादनगर गंगनहर में फेंकने का आरोप है। मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने 38 लोगों की हत्या मानी। सुप्रीम कोर्ट ने मामले को दिल्ली में ट्रांसफर किया था।
2002 में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में मामले को ट्रांसफर किया गया था। 2006 में तय आरोप तय हुआ था। अभियोजन पक्ष की ओर से 91 लोगों की गवाही हुई हुई। मामले में एडिशनल सेशन जज संजय जिंदल ने फैसला सुनाया है। उनका कहना है कि कुछ निर्दोष लोगों को इतनी यंत्रणा झेलनी पड़ी, यह बहुत तकलीफदेह है। एक सरकारी एजेंसी ने निर्दोष लोगों की जान ली।