जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजाराम यादव ने कहा कि 5 नवम्बर को विवि का 22वां दीक्षान्त समारोह महन्त अवैधनाथ संगोष्ठी हाल में पूर्वान्ह 9ः30 बजे से होगा। डा. राजा रमन्ना डी.आर.डी. के प्रो. विक्रम कुमार मुख्य अतिथि होंगे जहां अध्यक्षता कुलाधिपति एवं राज्यपाल राम नाईक करेंगे।
उक्त अवसर पर प्रो. यूपी सिंह को डीएससी की मानद उपाधि दी जायेगी जबकि डा. सत्य प्रकाश सिंह को गणित में डीएससी सहित 116 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी जायेगी तथा 58 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया जायेगा। शनिवार को विश्वेश्रैया संगोष्ठी हाल में पत्रकारों से वार्ता करते हुये प्रो. यादव ने कहा कि विवि ने पठन-पाठन से लेकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया है। विवि के इतिहास में पहली बार 815 विद्यार्थियों का कैम्पस सलेक्शन हुआ।
जौनपुर के पूविवि में पत्रकारों से वार्ता करते कुलपति प्रो. राजाराम यादव
एवं उनके बगल बैठे अन्य अधिकारी व शिक्षकगण।
प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भइया) इन्स्टीटयूट ऑफ फिजिकल साइंसेज फार स्टडीज एण्ड रिसर्च की स्थापना नये भवन में की गयी। बी.ए. एल.एल.बी (ऑनर्स) पंचवर्षीय इन्टीग्रेटेड पाठ्यक्रम का संचालन व अनुसंधान उन्नयन हेतु इन्स्टीट्यूशनल पोस्ट डाक्टोरल फेलोशिप की व्यवस्था की गयी है। फेलोशिप के तहत विवि पहले दो वर्षों तक शोधार्थी को 38 हजार रूपये प्रतिमाह व तीसरे वर्ष से 46 हजार 5 सौ रूपये प्रतिमाह प्रदान करेगा। कुलपति ने बताया कि शोध कार्यक्रमों को प्रभावी बनाने के लिये विवि द्वारा शोध प्रवेश परीक्षा का आयोजन कर महाविद्यालय स्तर पर डीआरसी एवं विवि स्तर पर आरडीसी के माध्यम से 1500 शोधार्थियों को प्रवेश दिया जा चुका है।
विवि द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को आईएएस एवं पीसीएस परीक्षाओं की तैयारी हेतु निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जा रही है। विवि ने यूजीसी के पोर्टल शोध गंगा पर अब तक 8037 पीएचडी अपलोड करके प्रदेश के विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान पर है। इस अवसर पर कुलसचिव सुजीत जायसवाल, वित्त अधिकारी एमके सिंह, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. अजय द्विवेदी, डा. मनोज मिश्र सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।