• पीड़ितों ने बीडीओ को ज्ञापन सौंपकर लगायी गुहार

  जौनपुर। महराजगंज क्षेत्र के गोकुला गांव में चन्द्रावती रजक पत्नी बंसराज, फूला पत्नी मिठाई लाल, शोभा पत्नी राजेन्द्र ने सोमवार को खण्ड विकास अधिकारी महाराजगंज को ज्ञापन सौंपा। साथ ही न्याय की गुहार लगाते हुये कार्यवाही की मांग किया।
मालूम हो कि उक्त गांव के रजक बस्ती पिछले कई पुश्तों से निवास कर रही है। गांव के ही एक व्यक्ति ने उपजिलाधिकारी बदलापुर को चकमार्ग पर अवैध कब्जा हटाने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया था। कुछ दिन पूर्व राजस्व कर्मी द्वारा नाप करके चकमार्ग में बसे लोगों को 1 महीने का समय दिया गया। समय बीत जाने के बाद पुनः राजस्वकर्मी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और अवैध कब्जा हटाने के लिये कहे जिसके चलते हुई कार्यवाही में शिकायतकर्ता का शौचालय व कटहल का पेड़ कटवाकर रास्ते से हटा दिये गये।

ग्रामीणों का आरोप है कि लेखपाल व शिकायतकर्ता आवासीय छप्पर उजाड़ने पर तुले हुये हैं जबकि कई लोग भूमिहीन हैं। यदि ऐसे में दलित बस्ती उजाड़ दिया गया तो लोग खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने के लिये मजबूर हो जायेंगे। सोमवार को बस्ती के लोग एकजुट होकर महाराजगंज ब्लाक के खण्ड विकास अधिकारी को ज्ञापन दिये। साथ ही अपने आवासीय छप्पर को बचाने के लिये गुहार लगाये। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क का निर्माण शिकायतकर्ता द्वारा कराया जा रहा है जो न प्रधान है और न ही किसी पद पर है। अपने स्वार्थ के लिये वह दलितों का घर उजाड़ने का काम कर रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि लेखपाल उस व्यक्ति से मोटी रकम लेकर हम लोगों का रिहायशी छप्पर हटवाने का भरपूर प्रयास कर रहा है। यह भी बताया कि लेखपाल व पुलिस फोर्स द्वारा जेसीबी से चकमार्ग पर पड़ने वाले स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने शौचालय को भी तोड़ दिया गया। इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर ग्राम प्रधान कन्हैया लाल ने बताया कि उनके द्वारा कोई सड़क निर्माण कार्य नहीं हो रहा है।
लेखपाल उत्तम चन्द्र गुप्ता ने बताया कि चकमार्ग अवैध कब्जा हटवाने के लिये कई बार प्रार्थना पत्र देकर हटवाने का प्रयास किया गया जिसमें कुछ भूमिहीन हैं। उनके लिये वैकल्पिक व्यवस्था किया जायेगा और आवासीय पट्टा व आवास दिलवाकर ही खाली कराया जायेगा।