लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मन्दिर गोरखपुर स्थित आवास पर ‘महानवमी’ के पावन अवसर पर नौ देवी स्वरूपा कुमारी कन्याओं का पूजन एवं आरती विधि विधान से सम्पन्न करने के उपरान्त उन्हें भोजन, प्रसाद तथा दान-दक्षिणा देकर विदा किया। इस दौरान सीएम योगी ने 101 कन्याओं के हाथ-पैर धोकर भोजन कराया। इसके साथ ही सीएम ने वस्त्र प्रदान कर पूजा-अर्चना करने के बाद सभी को प्रसाद ग्रहण कराया।


कन्याओं को भोजन करने के बाद सीएम ने भी फलाहार कर अपना व्रत भी खोला। दरअसल वजह शारदीय नवरात्र के दौरान मां दुर्गा की पूजा के पारंपरिक अनुष्ठान है। सबसे खास बात है कि नवरात्र के दिनों में व्रत रहने के बावजूद सीएम योगी आदित्यनाथ की ऊर्जा में कोई कमी नहीं दिखती। वह सुबह साढ़े तीन बजे उठकर योग और नियमित दिनचर्या का पालन करते हैं। गुरुवार को उन्होंने मंदिर में रामनवमी श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कन्या पूजन और कन्या भोज श्रद्धापूर्वक आयोजित किया। बता दें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार से 5 दिनों के दौरे पर गोरखपुर आए हुए हैं। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ सरकारी कामकाज से दूर ही हैं। सीएम मंगलवार की शाम गोरखनाथ मंदिर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री 19 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन सुबह मंदिर में श्रीनाथ जी की पूजा-अर्चना करेंगे। इस दिन नाथ संप्रदाय के साधु-संत और श्रद्धालु तिलक हाल में योगी आदित्यनाथ का तिलक करेंगे। उसके बाद खुली जीप में सवार होकर शोभा यात्रा के साथ मानसरोवर मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे। यहीं से सीएम योगी आदित्यनाथ मानसरोवर रामलीला मैदान में पहुंचकर महादेव पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का तिलक और आरती उतारेंगे।
रावण वध के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शोभायात्रा मंदिर वापस लौट आएगी। सीएम योगी 20 अक्टूबर को लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के पहले योगी आदित्यनाथ नवरात्र में गोरखनाथ मंदिर प्रांगण से बाहर नहीं निकलते थे। लेकिन, मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद उन्होंने इस परंपरा को तोड़ा है।