रायबरेली। खीरों थाना क्षेत्र के ग्राम अतरहर निवासी मुस्ताक अली पुत्र रहमत अली ने अपनी बहन परवीन का विवाह लगभग 9 वर्ष पूर्व ग्राम पूरे साहब बख्श थाना लालगंज जिला रायबरेली निवासी मोहम्मद शाबिर पुत्र मोहम्मद सगीर के साथ मुस्लिम रीत रिवाज के साथ किया था। जो वर्तमान समय मे लखनऊ के कैंट थाना क्षेत्र मे रहते है।
शादी के कुछ दिन बाद से मोहम्मद शाबिर मेरी बहन परवीन को आए दिन किसी न किसी बात को लेकर मारा पीटा करता था, मेरी बहन ने मुझसे मोहम्मद शाबिर की बेजा हरकतों के बारे मे भी बताया था कि शाबिर के सम्बंध किसी अन्य महिला से है, मेरी बहन के मना करने पर आए दिन उसे मारता पीटता रहता था और साथ ही तलाक देने के लिए दबाव बनाता था। तलाक न देने पर जान से मार देने की धमकी भी दिया करता था। 30 अगस्त को मुस्ताक अली को सूचना मिली कि उसकी बहन ने फांसी लगा ली है और मर गई है। सूचना पर मुस्ताक अली अपने बहन के घर पहुंचे तो घर पर ताला लगा मिला और परवीन का शव लोक-बंधु अस्पताल मे मिला, घटना की सूचना पर कैंट की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।
पीएम के बाद मौके पक्ष के लोग शव को को लेकर अपने गाँव अतरहर पहुंचे जहां शव के पहुँचते ही परिवार मे कोहराम मच गया। मुस्ताक के अनुसार बहनोई शाबिर लखनऊ मे ही एमईएस विभाग मे काम करता है, मृतका के भाई मुस्ताक ने लखनऊ के कैंट थाना मे तहरीर देकर पति साबिर, ससुर सगीर, सास रोशन जहां व नंनंद निदा और फिदा पर एक राय होकर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।