लखनऊ। लोकदल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि कहावत है झूठ के पैर नहीं होते हैं। भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकारें जनता को बहकाने की कोशिश में स्वयं ही बेनकाब होते जा रहे है। मुख्यमंत्री जी जब कानपुर रोड पर होटल-रेस्त्रा महासंघ के राष्ट्रीय अधिवेशन में बोल रहे थे तभी बिजली गुल हो गयी। इससे पूर्व भी लोकभवन की बैठकों में तथा निवेशकों के साथ बैठक में भी बिजली गायब रही।



राज्य सरकार के बिजली की अबाध आपूर्ति के झूठ दावों की बराबर पोल खुल रही है जिस पर भी उत्तर प्रदेश के सभी घरों को दिसम्बर 2018 तक रोशन कर देने का भरोसा दिया जा रहा है। सच तो यह है कि भाजपा राज में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। राजधानी लखनऊ तक में बिजली की आंख मिचौली का खेल लगातार दिन में कई-कई बार हो रहा है, कोई देखने सुनने वाला नहीं है। अफसरी दावों पर कोई विश्वास नहीं करता है। भाजपा की राज्य सरकार ने बिजली व्यवस्था में सुधार के बजाए उसको पूरी तरह बिगाड़ कर रख दिया है। वैसे उन्हें जनहित का कोई भी काम करने में रूचि नही है। उनके लिए चुनाव के मद्देनजर जातियों-उपजातियों के सम्मेलन करना ज्यादा जरूरी काम है। बिजलीघरों की क्षमता बढ़ाने के बजाए वे जनता को कैसे ज्यादा परेशान किया जाए इसके प्रयोग और खोज में शक्ति लगाते रहते हैं।


उनकी कारोबारी समझ है कि जनता को सुख सुविधा देने के काम के बजाए जाति-धर्म के बहकावे में वोट हासिल कर लेना ज्यादा फायदेमंद होगा। लेकिन अब जनता भी समझ गई है कि उसकी समस्याओं के निदान के बजाए भाजपा उन्हें ज्यादा उलझाने का काम करती है। लोकदल पार्टी इसका सन् 2019 में उचित समय आने पर समुचित जवाब देने को तैयार बैठी है।