बरेली। सरकार के करोड़ों रुपए खर्च करने पर भी प्राइमरी शिक्षा के हालात सुधरने का नाम नही ले रहे है इसके लिये कुछ शिक्षक भी जिम्मेदार है क्योंकि उनको बच्चो की शिक्षा से कोई मतलब नही है उनका केवल अपनी सैलरी से मतलब रहता है जो उन्हें विभाग की साठगांठ से मिल ही जाती है और वो अपने दूसरे कार्यो में लगे रहते है।
ऐसा ही मामला एक सामने आया है पूर्व माध्यमिक विद्यालय आजाद नगर ब्लॉक बिथरी चौनपुर जिला बरेली में 4 शिक्षक कार्यरत हैं जिनमे जावेद, सुषमा, सैय्यदा और रूप किशोर गंगवार है, तीन को तो सभी जानते है लेकिन एक अन्य शिक्षक रूप किशोर गंगवार जिसका नाम बच्चे, रसोसिया सहित गांव बाले तक नही जानते हैं, कारण है कि रूप किशोर गंगवार स्कूल   महीने में  कुछ ही दिन स्कूल आते है वो भी 11 बजे  के आस पास जब आते है तो अगले पिछले सभी दिनों के हस्ताक्षर करके चले जाते है, बच्चों को पढ़ाते नही इसलिए अधिकांश बच्चों को उनका नाम तक नही पता, प्राप्त जानकारी के अनुसाए असल में इनका काम शिक्षण कार्य  न करके मकान बनाकर बेचने का है,
जिस कारण  अक्सर  स्कूल से गायब रहते हैं सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि रूप किशोर का कार्य नैनीताल में मकान बनाकर बेचना हैं, कुछ समय पहले इनके द्वारा नैनीताल में 100 फ्लैट बनाने हेतु भूमि पूजन किया गया, जिसको  फेसबुक पर भी पोस्ट किया गया है जिसमे श्री गंगवार को पूजन करते देखा जा सकता है, एक शिक्षक जिसका काम शिक्षण करना है वह शिक्षण कार्य न करके मकान बनाकर बेचना, बच्चों के भविष्य के साथ खिलबाड़ करना है जिसका काम बच्चों का पढ़ाना है वह मकान बनाकर बेचता है।  आज मीडिया बिथरी ब्लॉक के कुछ स्कूलों में सर्वे पर निकला , सर्वे के दौरान पता चला कि  गंगवार स्कूल आते ही नही है आते है तो महीने में मुस्किल से 4-5 बार ही, टीम ने स्कूल के बच्चों से , खाना पकाने बाली रसोइयों से पूछा तो पता चला कि श्री गंगवार का नाम कोई नही जानता कारण  वह रोज स्कूल आते ही नही है, यहां तक कि स्कूल में पढ़ने बाले बच्चे भी उनका नाम नही जानते है बच्चों से पूछने पर बच्चों नें बताया कि कभी कभी आते हैं
गांव के एक  सज्जन  अशरफ जो स्कूल के सामने रहते है उन्होंने  बताया कि श्री गंगवार  महीने में कुछ ही दिन आते है वह भी 11 बजे के बाद । श्री गंगवार का मकान बना कर बेचना शिक्षक कर्मचारी नियमावली के विपरीत आचरण है क्योंकि कोई भी सरकारी शिक्षक या कर्मचारी कोई अन्य धन लाभ से संबंधित काम नही करता है।