मुंबई। सेंट पीटर्स संस्थान के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं युवा साहित्यकार डॉ. जीतेन्द्र पाण्डेय को उनके चर्चित यात्रा वृत्तांत "देखा जब स्वप्न सवेरे" के लिए महाराष्ट्र शासन के अधीन महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी की ओर से काका कालेलकर पुरस्कार दिया गया।
डॉ. पाण्डेय ने 'साहित्य की संतुलित दृष्टि', 'कविता में जीवन' तथा 'काव्य विवेक और निबन्ध लालित्य' जैसे समीक्षा ग्रन्थ भी लिखे हैं। इसके अलावा 'साहित्य मसीहा की यात्रा' का संपादन एवं 'व्याकरण वृक्ष' का सहलेखन किया है। देश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनका शोध आलेख प्रकाशित होता रहता है।

जीतेन्द्र को अब तक केंद्रीय राजभाषा हिंदी विकास परिषद का ' साहित्य भूषण सम्मान', अंतर्राष्ट्रीय प्रेस कम्युनिटी का 'शिक्षा रत्न अवार्ड', भारती प्रसार परिषद का ' भारती युवा साहित्यकार सम्मान' तथा वैदिक दर्शन प्रतिष्ठान का 'वैदिक सहित्यश्री सम्मान' प्राप्त हो चुका है।
डॉ. जीतेन्द्र को यह राज्य स्तरीय पुरस्कार मुंबई में चर्चगेट स्थित केसी महाविद्यालय के रामा और सुंदरी वाटूमल सभागृह में 1 मार्च 2019 को दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराष्ट्र के शिक्षा एवं कार्यमंत्री विनोद तावड़े ने की। महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दूबे, दादा साहेब फाल्के चित्रनगरी के उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री अमरजीत मिश्र, अकादमी के निवर्तमान अध्यक्ष नंदलाल पाठक, हमारा महानगर के संपादक एवं अकादमी के सदस्य राघवेंद्र द्विवेदी, विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा, लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज सिन्हा तथा अकादमी के सभी सदस्यों की उपस्थिति में हिंदी सेवियों एवं विभिन्न विधाओं के लिए चयनित साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। सचिन निम्बालकर ने आभार प्रकट किया। पुरस्कार वितरण एवं कवि सम्मेलन का आद्यंत संचालन आनंद सिंह एवं विजय प्रकाश शर्मा ने किया।




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