• दिल्ली हत्याकाण्ड को लेकर जौनपुर में सड़क पर उतरा हिन्दू संगठन
  • अहिप कार्यकर्ताओं ने डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन


जौनपुर। भारत में महिला राष्ट्रपति होने के बाद भी दिल्ली में एक हिन्दू बेटी की खुलेआम हत्या हो जाना यह प्रदर्शित करता है कि भारत में हिन्दू खतरे में है। प्यार के नाम पर मासूम हिंदू बहन—बेटियों की हो रही नृशंस हत्या के विरुद्ध केंद्रीय कानून बनाया जाय। इसी को लेकर अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद सहित उससे जुड़े संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया को भेजा गया जो जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद प्रशासनिक अधिकारी को दिया गया। 

ज्ञापन के माध्यम से परिषद के जिलाध्यक्ष अजय पाण्डेय ने कहा कि भारत के अंदर आये दिन कट्टरवादी इस्लामिक मानसिकता रखने वाले लोग अपना नाम बदलकर एवं धर्म छिपाकर मासूम हिंदू बहन—बेटियों को लव जिहाद (प्यार) के नाम पर बहलाते—फुसलाते हैं और उसके बाद उनका धर्मांतरण करवाकर नारकीय जिंदगी जीने के लिए विवश करते हैं। हिंदू लड़की द्वारा इस्लाम स्वीकार न करने पर उसको बर्बरतापूर्ण मौत के घाट उतार दिया जाता है। विदित हो कि दिल्ली में साहिल नामक इस्लामिक कट्टरपंथी व्यक्ति ने नाबालिग हिंदू बेटी साक्षी को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि उसने साहिल के जिहादपूर्ण प्रेम प्रस्ताव और उसके साथ शादी करने से मना कर दिया। 

साक्षी के शरीर पर 40 से भी अधिक बार चाकू से हमला किया गया और फिर पत्थर से पीट—पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया। श्री पाण्डेय ने कहा कि जब साहिल की गिरफ्तारी हुई, उस समय उसके हाथ में कलावा और गले में रुद्राक्ष की माला थी। इससे सिद्ध होता है कि आज भारत में बड़े स्तर पर हिंदू लड़कियों को लव जिहादी षड्यंत्र में फंसाकर धर्मांतरण करके उन्हें मौत के मुह में धकेला जा रहा है। यह बर्बर कृत्य करने के लिए भारत के मदरसों और मस्जिदों में मुस्लिम युवाओं को प्लानिंग, प्रवृत्ति रखने वालों को समाज में जीने का कोई अधिकार नहीं है। 

ऐसे बर्बर लोगों के खिलाफ संसद में सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद जौनपुर (काशी प्रांत) की मांग है कि अपनी असली पहचान व धर्म छिपाकर हिंदू लड़कियों को लव जिहाद के तहत प्रेमजाल में फंसाने वाले कट्टरपंथी लोगों के खिलाफ संसद में कानून बने जिसके तहत अपराध सिद्ध होने पर ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा मिले। नाबालिग हिंदू बेटी साक्षी को बर्बरतापूर्ण मौत के घाट उतारने वाले साहिल के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर फांसी की सजा दी जाय। जिहाद की शिक्षा देने वाले केंद्रों व व्यक्तियों की जांच उपरांत पूर्णतः प्रतिबंध लगे। 

भारत में जेहाद जैसे शब्दों को ही खत्म किया जाय और लव जिहाद करने वालों के लिए कानून बनाकर उसमें मृत्यु दण्ड का विधान बनाया जाय। जिलाध्यक्ष अजय पाण्डेय के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपने के दौरान विवेक उपाध्याय जिला उपाध्यक्ष अहिप, पवन राय जिला महामंत्री, आजाद शुक्ला जिला मंत्री, रमेश मिश्रा विभाग उपाध्यक्ष, विवेक कुमार, राकेश श्रीवास्तव विभागाध्यक्ष, सचिन श्रीवास्तव जिला उपाध्यक्ष, चंद्र प्रकाश तिवारी विभाग महामंत्री, डॉ वीरेंद्र सिंह विभाग कार्याध्यक्ष अहिप, सुधांशु गौड़ जिला उपाध्यक्ष, अजय श्रीवास्तव जिला उपाध्यक्ष राष्ट्रीय बजरंग दल सहित विभाग, जिला, तहसील स्तर के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।