• विद्युतापूर्ति बाधित होने से क्षेत्र में मचा हाहाकार
  • कस्बे में पानी को लेकर हुई किल्लत तो ग्रामीणांचल में मोबाइल चार्जिंग की लगी भीड़

विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। विद्युत आपूर्ति बाधित होने से क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है। केराकत क्षेत्र के लगभग अधिकांश गावों की बिजली सप्लाई ठप्प हो गई है। बिजली सप्लाई बंद होने से सबसे बड़ी दिक्कत पानी और मोबाइल चार्जिंग को लेकर हो रही है। 

वहीं अगर कस्बे की बात करे तो गुरुवार सुबह से ही लाइट नहीं है जिसके चलते सबसे अधिक कठिनाई पानी के लिए हो रही है। नगरवासियों का कहना है कि जो पानी सीधे सप्लाई की जा रही है। वह जनरेटर से की जा रही जिससे घरों के ऊपर बनी टंकी तक नही पहुंच रही है जिस कारण नल से पानी भर कर ऊपर पहुंचाया जा रहा है।

हालांकि नगर पंचायत की ओर से सभी 11 हो वार्डों में पानी सप्लाई के लिए 4 जनरेटर की व्यवस्था की है। इस बाबत पूछे जाने पर ईओ संदीप कुमार ने बताया कि जिसमें से तीन जनरेटर पम्प चलाने के लिए ज़बकि एक जनरेटर ऊंचाई वाले स्थानों पर पानी पहुँचाने के लिए जगह—जगह घुमाया जा रहा है। 

वहीं जिसके यहां सोलर लाइट या जनरेटर की व्यवस्था है, उनके यहां मोबाइल चार्ज करने वालों की भीड़ लग रही है। गावों में तो लोग अपनी नींद पूरी कर ले रहे हैं लेकिन कस्बे के लोगों को रात करवट बदलते बीत रही है। अनेक लोग पानी और रात में लाइट पंखा के लिए प्राइवेट जनरेटर का सहारा ले रहे हैं।

सर्विस स्टेशन से 3 तो उपकेन्द्र से 4 फीडर का लिया गया है ब्रेक डाउन
वहीं सर्विस स्टेशन धरौरा, जयगोपालगंज नई बाजार में पहुंच पड़ताल की गई तो बताया गया कि बजरंगनगर, चौरी व पम्प कैनाल को यहां से ब्रेक डाऊन किया गया है जबकि नईगंज, डोभी, केराकत नगर व केराकत ग्रामीण फीडर को चालू किया गया है लेकिन वहां के उपकेंद्रों से ब्रेक डायन किया गया है। मगर विद्युत आपूर्ति कब बहाल होगी। इस पर असमंजस बरकरार है।

सामुदायिक केन्द्र ने मोबाइल टार्च जलाकर हो रहे कार्य
विद्युत आपूर्ति बाधित होने से सामुदायिक केंद्र में अपना उपचार करा रहे मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिसकी पड़ताल करने मीडिया लगभग 5 बजे पहुंची तो अस्पताल में अंधेरा था। अस्पताल कर्मी अपने आफिस में बैठ मोबाइल टार्च के भरोसे काम करते कंप्यूटर पर देखा गया। साथ ही बगल में भर्ती मरीजों के परिजन मोबाइल टार्च के सहारे मरीज को दवा खिला रहा था। 

वहीं आपातकालीन कमरे चिकित्सक नदारत रहे जिसको लेकर जब चिकित्सा अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नही है। कौन कह रहा है जिस पर पत्रकार ने कहा कि मैं खुद  अस्पताल परिसर गया था जिसका वीडियो व फोटो मेरे पास है जिसको सुनने के बाद अधीक्षक ने पता करने का हवाला देकर फोन काट दिये। इस संबंध में जब उपजिलाधिकारी से टेलीफोन कर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल बंद आ रहा था।

टेलीफोनिक वार्ता के बाद हरकत में आया अस्पताल
विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। टेलीफोनिक वार्ता के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। साथ ही आनन—फानन में जनरेटर चलवाया गया जिसके बाद अंधेरे में रहे अस्पताल में उजाला हुआ। वहीं बताया गया कि अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन मोबाइल टार्च जलाकर दिखाये तो मरीजों का उपचार एवं दवा हुआ।