रंजीत सिंह
जालौन। फर्जी नंबर प्लेट व फर्जी कागज लगाकर ट्रांसपोर्ट पर मटर की फली लादने के लिए डीसीएम गाड़ी खड़ी की। शक होने पर ट्रांसपोर्ट संचालक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने डीसीएम को कब्जे में लिया और डीसीएम चालक व हेल्पर को हिरासत में लिया। सीओ ने कोतवाली में मामले का खुलासा किया। उन्नाव जिले के बेगमनगर निवासी कलीम सब्जी मंडी में दुकान नंबर 27 पर खान ट्रांसपोर्ट चलाते हैं। इस समय हरी मटर का सीजन चल रहा है।
वह ट्रांसपोर्ट पर आने वाले वाहनों का व्यापारियों से संपर्क कराकर मटर लदवाकर भेज देते हैं। मंगलवार रात उनके ट्रांसपोर्ट पर डीसीएम चालक अनिल कुमार पुत्र पूनमचंद्र निवासी विलपांग तहसील रतलाम मध्य प्रदेश आया और ट्रांसपोर्ट संचालक को कहा कि वह उसकी डीसीएम में मटर लदवाकर भेज दें। वह डीसीएम में पंद्रह टन मटर लाद देगा और भाड़ा भी वह अपने हिसाब से दे दें जबकि अन्य डीसीएम चालक भाड़ा तय करके दस से बारह टन मटर ही लादकर ले जाते हैं।
उसकी बातों पर शक होने पर जब ट्रांसपोर्ट संचालक ने उसकी डीसीएम के कागज मांगे तो उसने फर्जी कागजात दिखा दिए जिसकी सूचना ट्रांसपोर्ट संचालक ने पुलिस को दी। उक्त मामले का कोतवाली में खुलासा करते हुए सीओ उमेश पांडेय व कोतवाल कुलदीप तिवारी ने संयुक्त रूप से बताया कि पुलिस ने जब डीसीएम के कागज और चेचिस व इंजन नंबर का मिलान किया तो वह सब फर्जी निकले जिसके बाद कोतवाली में डीसीएम चालक अनिल कुमार, हेल्पर विजय मंडलोई पुत्र गोरधन निवासी ग्राम रिटौडा थाना कानवन जिला धार मध्य प्रदेश व डीसीएम स्वामी शक्ति सिंह राठौर पुत्र भगवान सिंह निवासी गंगाखेड़ी थाना व जनपद झाबुआ मध्य प्रदेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने ट्रक चालक व हेल्पर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।