• पुराने टेबल फैन के मोटर सहित अन्य सामान से बनाया जुगाड़ी यंत्र


सिकरारा, जौनपुर। हाड़ कंपा देने वाली शीतलहरी में रजाई ओढ़कर मटर के बने पकवानों का जायका लेते समय आपको इसका तनिक भी अंदाजा है कि महज 25 से 30 रुपये किलो में बिकने वाली मटर की छिम्मी आपकी रसोई तक पहुँचने में अन्नदाता को कितनी मशक्कत करनी पड़ रही है। हाड़ कपां देने वाली ठंड में अन्नदाता फसल की बुआई के बाद से ही घडरोचों छुट्टा मवेशियों से बचाने के लिए खेतों में बाड़ लगाकर या खेतों में मचान बनाकर फसल की रखवाली करते है। 

फली लगने के बाद दाना पड़ने का समय आता है तो किसानों की समस्या और भी बढ़ जाती है। मोर, कौव्वा, चरखी, गिलहरी, चूहे आदि मटर की फसल को बर्बाद करने में जुट जाते हैं। ऐसे में इन पक्षियों से बचाने के लिए सिकरारा क्षेत्र के खानापट्टी के किसान अश्वनी सिंह सिंटू ने अनूठा जुगाड़ किया है। पुराने टेबल फैन की मोटर थाली, तार बांस की सहायता जुगाड़ यंत्र बनाया जो बिजली और इन्वर्टर से लगातार चलती रहेगी। खेत में निरंतर थाली बजने की आवाज सुनकर खेत मे एक भी पक्षी नहीं फटकेंगे। 

अश्वनी ने बताया कि मक्का सूरजमुखी मटर आदि फसलों के तैयार होने पर मोर, कौव्वा चरखी आदि पक्षी फसलों में धावा बोल देते थे जिन्हें भगाने के लिए किसान ताली बजाकर टीन पीटकर चिल्लाकर, गुलेल या पटाखे फोड़कर भगाने की कोशिश में लगे रहते हैं लेकिन किसान खेत से पल भर के लिए भी हट गए तो पक्षियों का झुंड इन फसलों पर धावा बोल देता है। ऐसे में घर में रखे पुराने टेबल फैन से पक्षियों को भगाने के जुगाड़ पर मशक्कत किया जो काफी सफल साबित हो रहा है। इसे किसान आसानी से तैयार कर सकते हैं। इसे बनाने में कोई खास खर्च भी नही आएगा। अश्वनी के इस देशी जुगाड़ यंत्र की लोग खूब तारीफ कर रहे हैं।