राजेश श्रीवास्तव
जौनपुर। जिले के एक बेटे ने एक ऐसी तकनीकी का इजाद किया है जिसके माध्यम से कोरोना जैसी महामारी का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है तथा इस बीमारी का इलाज और बचाव की तरकीब खोजी जा सकती है। इस नई खोज के चलते दुनिया भर में इस भारतीय युवक की तारीफ हो रही है। नगर के सिटी रेलवे स्टेशन के पास स्थित चांदपुर मोहल्ले के निवासी अनिल श्रीवास्तव के पुत्र डॉ अंकित श्रीवास्तव डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की तकनीकी संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर है। उन्होने नोवेल कोरोनावायरस COVID-19 जैसे अन्य महामारी मामलों का समय पर पूर्वानुमान महत्वपूर्ण निर्णय लेने और निवारक उपायों को लागू करने की योजना बनाने में सहायता कर सकता है। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की तकनीकी संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर डॉo अंकित श्रीवास्तव ने मशीन लर्निंग का उपयोग करते हुए कोविड-19 महामारी के पूर्वानुमान लगाने के लिए एक सटीक पूर्वानुमान मॉडल प्रस्तावित किया है| पूर्वानुमान मॉडल की सटीकता को प्रदर्शित करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए), इटली और ऑस्ट्रेलिया सहित तीन अलग-अलग देशों के लिए COVID-19 महामारी परिदृश्य की पहली लहर पर एक प्रारंभिक नमूना-अध्ययन किया गया।
उसके बाद भारत में पहली, दूसरी और तीसरी लहरों के लिए COVID-19 महामारी परिदृश्यों पर गहन विश्लेषण किया गया। यह शोध हाल में अंतरराष्ट्रीय ख्याति के जर्नल में डॉo अंकित श्रीवास्तव द्वारा प्रकाशित किया गया जिसमे कोविड-19 के सटीक पूर्वानुमान मॉडल के साथ इससे उपाय तथा बचाव की भी चर्चा की गई है जिसकी सराहना विश्व स्तर पर हो रही है| डॉo श्रीवास्तव का मानना है कि इस शोध के निष्कर्ष निश्चित रूप से आगे के अध्ययनों को COVID-19 जैसे महामारी के परिदृश्यों के अधिक सटीक पूर्वानुमान मॉडल विकसित करने के लिए प्रेरित करेंगे। डॉo श्रीवास्तव मूल रूप से जौनपुर के निवासी हैं तथा इन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों, माता पिता, परिवार के साथ-साथ, मित्रों को दिया है।









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