कोलकाता, 4 मार्च (पीएमए)। बंगाल विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाले तथा 70 से अधिक सीटों पर प्रभाव रखने वाले मतुआ समुदाय के वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए भाजपा ने एक और मास्टर स्ट्रोक खेला है। 27 मार्च को बंगाल में मतदान शुरू हो रहा है।
इसके पहले 26 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के सफर को होंगे तथा वह अगले दिन 27 मार्च को गोपालगंज के तुंगीपाड़ा में बांग्लादेश के संस्थापक तथा पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान के पैतृक घर का दौरा करने वाले हैं। लगे हाथ वह मतुआ समुदाय के धर्मगुरु हरिचांद ठाकुर की जन्मस्थली तथा मतुआ समुदाय के तीर्थ स्थल गोपालगंज के उड़ाकांदी का दौरा करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि पीएम के साथ बंगाल में मतुआ समुदाय से आने वाले बनगांव के भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर भी रह सकते हैं। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व मानना है कि अगर प्रधानमंत्री वहां जाते हैं और हरिचांद-गुरुचांद ठाकुर को श्रद्धांजलि देते हैं तो भाजपा के लिए बंगाल में मतुआ वोट जीतना आसान होगा। क्योंकि भारत का कोई अन्य प्रधानमंत्री वहां नहीं गया है।
मतुआ महासंघ के केंद्रीय नेता सुशील मल्लिक का कहना है कि अगर पीएम मोदी ऐसा करते हैं तो वह दुनिया भर में फैले पांच करोड़ से अधिक मतुआ के दिलों में जगह बना लेंगे। क्योंकि वह देश के पहले पीएम होंगे जो मतुआ समुदाय के तीर्थ स्थल का दौरा करेंगे। उसके बाद अगर प्रधानमंत्री मतुआ समुदाय को बिना शर्त नागरिकता देने की घोषणा करते हैं जो शरणार्थी के रूप में भारत गये तो वह इस समुदाय के लोगों का दिल जीत लेंगे।
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