• संकट की घड़ी में बुनकर मजदूरों की हरसंभव मदद करने का आश्वासन

सुरेश गांधी
वाराणसी। दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के चलते देश का हर उद्योग प्रभावित है। लाखों बुनकर मजदूरों से जुड़ा हैंडीक्रैफ्ट व कारपेट इंडस्ट्री कुछ ज्यादा ही संकट में है। हाल यह है कि जहां करोड़ों की निर्यात पूरी तरह ठप है, वहीं आर्डर कैंसिल होने के साथ साथ बुनकर मजदूरों के समक्ष खाने के लाले पड़ गए है। ऐसे में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को दुनियाभर के खरीदारों आयातकों से अपील की है कि वे आर्डर कैंसिल ना करें। भारत इस महामारी से जल्द उबरेगा और निर्यातक उत्पाद को बेहतर क्वालिटी के साथ निर्यात करेंगे। इसके अलावा उन्होंने भारतीय उद्यमियों से भी अपील की है कि बुनकर मजदूरों का भी ख्याल रखे, उन्हें किसी प्रकार कठिनाई नहीं होने दे। इसके लिए भारत सरकार व प्रदेश सरकार से भी हरसंभव मदद के कार्यक्रम चलजाएं जा रहे है।
श्रीमती ईरानी ने जारी वीडियों में कहा कि भारत में इन उद्योगों से 70 मिलियन लोग जुड़े है। अगर आर्डर कैसिल होंगे तो उनके समक्ष बड़ी समस्या उत्पंन हो जायेगी। उन्होंने कहा है कि यदि किसी निर्यातक या आयातक को किसी भी तरह की कोई समस्या या सुझााव हो तो वे हैंडीक्रैफ्ट ईडी राकेश कुमार 981827917, सीइपीसी इडी संजय कुमार 9958117009 से संपर्क कर सकते हैं।
गौरतलब है कि एक अनुमान के मुताबिक कारपेट इंडस्ट्री को 2000 करोड़ का नुकसान हुआ है। तकरीबन 5 हजार करोड़ की कालीने गोदामों में जाम है। जबकि इसे अब तक निर्यात हो जाना चाहिए था। व्यसाय का सबसे बड़ा प्लेटफार्म हाई प्वांइट कारपेट फेयर, जो एटलांटा में होता है, वह भी अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है। दिल्ली में लगने वाला 40 वां इंडिया कारपेट एक्सपो को पहले से ही स्थगित किया हुआ है। निर्यातकों के मुताबिक कोरोना के चलते पिछले दो माह में बड़ी संख्या में आर्डर कैंसिल हुए हैं। ऋण संकट और सीमा शुल्क के मुद्दे से जूझ रहे निर्यातक पहले से ही निर्यात में लगातार गिरावट को लेकर चिंतित थे।




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