• भाजपा जिलाध्यक्ष की पहल पर पहुंची टीम, दी आवश्यक निर्देश
जौनपुर। मछलीशहर क्षेत्र के अहियापुर गांव में बीते सोमवार को मुम्बई से घर आये 10 लोगों की जांच भाजपा जिलाध्यक्ष की पहल पर हुई, क्योंकि उनके द्वारा कहने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची जिसने बाहर से आये सभी को क्वारंटाइन कर दिया।
जानकारी के अनुसार गांव के कोटेदार सियाराम यादव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा. आरपी विश्वकर्मा को फोन करके बताया कि उनके पड़ोस में बीते सोमवार को 10 लोग मुबई से आये हैं। सभी खांसी-जुकाम से पीड़ित हैं। इनमें से एक डा. राजेश यादव हैं जो मुम्बई के अंधेरी में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। उनके साथ दिनेश यादव, रंजू देवी, अनुराग, अतुल यादव एवं अर्जुन हैं। ये सभी लोग निजी वाहन से गांव आये हैं। वहीं एक दूसरा परिवार भी ट्रेन से आया है जिसमें राम बहाल सिंह, सुजीत सिंह, राकेश सिंह, देवेन्द्र सिंह, अरुण कुमार हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार ने बताया कि अधीक्षक ने सभी को जांच के लिये स्वयं अस्पताल आने को कहा। पीड़ितों के यह कहने पर कि इस तरह खुले में अस्पताल तक पहुंचने से तो कई किलोमीटर तक का पूरा रास्ता संक्रमित हो सकता है। इस पर अधीक्षक ने हाथ खड़ा कर दिया और किसी भी मदद से इनकार कर दिया।
इसके बाद सम्बन्धित लोगों ने नोडल अधिकारी के नम्बर पर फोन किया जो वह बन्द था। 05452-260501 पर बात हुई जिस पर मौजूद महोदय ने आधे घण्टे बाद स्वयं फोन करने का आश्वासन जरूर दिया लेकिन बाद में फोन नहीं आया। इसके बाद पीड़ितों को किसी ने भाजपा जिलाध्यक्ष राम विलास पाल का नम्बर दिया जिस पर लोगों ने उनसे सारी बात बतायी। इस पर श्री पाल ने तत्काल उच्च अधिकारीयों को अवगत कराते हुये स्थानीय केन्द्र के अधीक्षक डा. आरपी विश्वकर्मा एवं कोतवाल पंकज पाण्डेय को मौके पर जाने को कहा।
इसके बाद खण्ड विकास अधिकारी राजन राय के साथ पहुंची टीम ने सभी को क्वारंटाइन रहने को कहा। इस बाबत पूछे जाने पर डा. विश्वकर्मा ने बताया कि डा. राजेश यादव स्वयं एमबीबीएस डाक्टर हैं जो मुम्बई में क्लीनिक चलाते हैं। वहां पर एक कोरोना पाजिटिव मरीज आया था जो उपचार के दौरान मर गया। इससे घबराकर डाक्टर अपने पूरे परिवार के साथ निजी वाहन से यहां आ गये हैं। खून का नमूना न लेने के बाबत कहा कि अभी लक्षण स्पष्ट नहीं हो सकेगा, इसलिये नमूना बाद में लिया जायेगा।




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