जौनपुर। वाराणसी से इन्दौर के बीच तीन ज्योतिर्लिंग के दर्शन कराने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन का ट्रायल वाराणसी से जंघई स्टेशन के बीच हुआ। यह ट्रेन वाराणसी से जंघई के बीच 110 ​किमी स्पीड से सिर्फ 54 मिनट पर जंघई समय में पहुची। ट्रायल ट्रेन में उत्तर रेलवे के आलाअधिकारी सवार थे।
तीन ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने वाली देश की तीसरी कारपोरेट ट्रेन काशी महाकाल एक्सप्रेस का ट्रायल रन वाराणसी से जंघई स्टेशन के बीच किया गया। ट्रेन वाराणसी से 6.15 शाम चलकर जंघई स्टेशन पर 7.08 मिनट पर पंहुची। यह 110 किमी की स्पीड से चलाया गया। ट्रेन के चालक आरके सिन्हा, आरके शर्मा तथा गार्ड आरसी सिन्हा रहे। इन लोगों ने बताया कि यह ट्रेन 130 की स्पीड से दौड़ाई जायेगी। ट्रेन वाराणसी इन्दौर वाया इलाहाबाद के रास्ते चलेगी।
इसी ट्रेन में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 9 बोगी, दो एसएलआर और एक पेन्टीकार कुल 12 बोगी लगाई जायेगी। यह सप्ताह में तीन दिन चलेगी। दो दिन वाराणसी जफराबाद सुल्तानपुर के रास्ते तो एक दिन वराणसी जंघई इलाहाबाद के रास्ते चलेगी। जिस दिन जंघई के रास्ते ट्रेन चलेगी उस दिन वाराणसी से 1.45 पर चलकर इलाहाबाद शाम 4 बजे, कानपुर शाम 7.20 पर, झांसी 12.02, बीना 1.50 रात, सन्त हरदासनगर 3.55 भोर में, उज्जैन सुबह 6.30 पर तथा इन्दौर सुबह 8 बजे पहुंचेगी।
इस ट्रेन की समय सारिणी जारी कर दी गयी है। ट्रेन का उद्घाटन 16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी स्टेशन पर करेंगे। ट्रायल ट्रेन में वरिष्ठ परिचालन प्रबन्धक वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियन्ता, अपर परिचालन प्रबन्धक मंडल यांत्रिक अभियन्ता सवार रहे।



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