जौनपुर। जिलाधिकारी दिनेश सिंह ने गुरूवार को करंजाकला ब्लाक का औचक निरीक्षण किया जहां उन्होंने पाया कि शिकायत पेटिका कई वर्षों तक नहीं खोली गयी है जिसे खुलवाने का निर्देश बीडीओ को दिया। दीवालों पर लगी कीलों को हटवाकर रंगाई-पुताई कराने का निर्देश देते हुये उन्होंने कोठवार निवासी पंचम को वृद्वा एवं उनके लड़के महेन्द्र को विकलांग पेंशन का आवेदन भरवाकर पेंशन दिलवाने का निर्देश दिया।
जौनपुर के करंजाकला ब्लाक का निरीक्षण करते
जिलाधिकारी दिनेश सिंह एवं उपस्थित अन्य लोग।
इसी क्रम में उन्होंने लेखा रजिस्टर का अवलोकन करते हुये ब्लाक में क्षेत्र पंचायत की बैठकें नियमित रूप से न किये जाने पर नाराजगी व्यक्त किया। इस दौरान सभी ब्लाकों में बैठकें नियमित रूप से कराकर रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी गौरव वर्मा को देने का निर्देश देते हुये मनरेगा के तहत कराये जा रहे कार्यों का निरन्तर निरीक्षण करने को कहा। वहीं बीडीओ ने बताया कि अक्टूबर तक 1 लाख 10 हजार मानव दिवस सृजन के लक्ष्य के सापेक्ष 94 हजार मानव दिवस सृजित हुये हैं।
उन्होंने कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, जीपीएफ पासबुक, उपस्थिति रजिस्टर, गार्ड फाइल का निरीक्षण करते हुये ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देशित किया कि शौचालयों की फर्जी रिपोर्टिंग कदापि न करें। गावों में खुली बैठकें कराकर पराली न जलाने के लिये जागरूक करें। प्रधान व सचिव प्रतिदिन निगरानी करेंगे कि कहीं खेतों में पराली तो नहीं जलायी जा रही है तथा जलाने वाले पर कार्यवाही करने का निर्देश दिया। 14वें वित्त आयोग से स्कूल में कायाकल्प का कार्य, आंगनवाड़ी केन्द्र, एएनएम सेण्टर में कार्य करायें।
नालियों में पानी की निकासी की व्यवस्था सुदृढ़ करने की बात कहते हुये कहा कि खड़ंजा कहीं न लगायें। इण्टरलाकिंग अथवा सीसी रोड बनाते हुये कार्य गुणवत्तापूर्ण हो। तालाब खुदाई के कार्य चल रहे हो तो उनका कार्य शीघ्र पूर्ण करें तथा उनमें पानी भरने की व्यवस्था करें। प्रत्येक ग्राम पंचायत में दीवार पर पंचायत सचिव, लेखपाल, आगंनवाड़ी, आशा, रोजगार सेवक, सफाईकर्मी का नाम, मोबाइल नम्बर पेण्ट से लिखवायें। गांव में जो भी विकास कार्य हो रहे हैं, उसका विवरण गांव की दीवार पर लिखवायें। गांवों में विधवा, वृद्धा, विकलांग पेंशन के पात्रों का आनलाइन आवेदन करवायें तथ पेंशन का कोई मामला लम्बित न रहे।
उन्होंने कहा कि प्रधान एवं सचिव की यह जिम्मेदारी है कि जिन गांवों में निराश्रित गोवंश हैं, उनको अस्थायी गोशाला में रखें। किसी भी गांव में निराश्रित गोवंश खुले में घूमता न मिले। गांवों में जो पंचायत घर बने, उनका सुदृढ़ीकरण करें। प्रत्येक गांव में हैण्डपम्प की व्यवस्था होनी चाहिये। सफाई कर्मचारी नियमित रूप से गांवों में सफाई करें। उन्होंने निर्देशित किया कि गांवों में जो सफाईकर्मी कार्य न कर रहे हों तो उसका वेतन आहरित न करें। गांव में कूड़ा उठाने  के लिये एक रिक्शा ठेला अवश्य हो। सालिड वेस्ट मेनेजमेंट के लिये प्रत्येक गांव में दो खड्ढे अवश्य खुदवायें। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक दिन गांवों में एण्टी लार्वा दवा का छिड़काव अवश्य कराया जाय तथा फागिंग भी करायी जाय। गांवो की साफ-सफाई होनी जरूरी है। इस अवसर पर तमाम अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।





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