जौनपुर। अयोध्या मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाने वाले सर्वोच्च अदालत के पांच न्यायमूर्तियों की पीठ में शामिल जस्टिस अशोक भूषण पर उनके परिवार, रिश्तेदारों सहित उनका जनपद गर्व महसूस कर रहा है। लोगों का कहना है कि अयोध्या जैसे जटिल समस्या पर पूरी दुनिया की नजर है। इतने बड़े और पुराने विवाद में फैसला देने में जौनपुर की भागीदारी पर फक्र है।

बता दें कि जस्टिस अशोक भूषण की ससुराल शहर के कालीकुत्ती परमानतपुर में है। उनकी पत्नी सुषमा कलेक्ट्रेट के वरिष्ठ अधिवक्ता रहे राधेमोहन श्रीवास्तव की बेटी हैं। उनकी पढ़ाई तिलकधारी महिला महाविद्यालय से हुई है। सुषमा के बड़े भाई और इकलौते भाई अनिल श्रीवास्तव भी अधिवक्ता रहे।

जस्टिस अशोक भूषण के साले अनिल कुमार श्रीवास्तव कहते हैं कि परिवार के सभी सदस्यों के अलावा तमाम नात रिश्तेदार और शुभेच्छुओं को भी जस्टिस अशोक भूषण पर गर्व है।
बीते 26 जनवरी 2019 को वह जौनपुर आए थे। रुहट्टा निवासी डा. शिव सहाय श्रीवास्तव उनके साढ़ू थे। 26 जनवरी को वह उनके ब्रह्मभोज में शामिल होने आए थे। उनके पुत्र आदर्श भूषण इलाहाबाद हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं जबकि बेटी दिल्ली एम्स में डाक्टर हैं। अशोक भूषण के दो अन्य भाइयों में एक अनिल भूषण इलाहाबाद में महाधिवक्ता हैं। जबकि विनय भूषण लखनऊ में अधिवक्ता हैं।



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