जौनपुर। पण्डित जी रामलीला समिति के ऐतिहासिक राम लीला के 11वें दिन टाउन हाल के मैदान पर बाली वध, अशोक वाटिका, लंका दहन का मंचन हुआ। बाहर से आये कलाकारों ने खूबसूरती से मंचन करते हुये लोगों को मंत्र-मुग्ध कर दिया।
जौनपुर नगर के पंडित जी रामलीला
में बाली वध का मंचन करते पात्र।
मंचन के दौरान सुग्रीव को उदास एवं परेशान देखकर भगवान श्रीराम ने कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि अपने भ्राता बाली के आतंक से वह छिपकर रह रहे हैं। वह काफी ताकतवर हैं। उसके सामने जो भी जाता है, उसकी शक्ति क्षण भंगुर हो जाती है। इस पर भगवान श्रीराम ने पहचान स्वरुप सुग्रीव को विजय हार दिया और कहा कि तुम दोनों भाईयों का चेहरा समान है। इसके पहनने से पहचान के कारण बाली का वध संभव है। अतः तुम जाओ और बाली को युद्ध के लिये ललकारो।
इस दौरान सुग्रीव व बाली में भीषण युद्ध हुआ जहां भगवान श्रीराम ने बाली का वध करके सुग्रीव को वहां का राजा बना दिया। सुग्रीव ने राजा बनते ही अपनी सेना को लंका कूच का आदेश दिया। इस अवसर पर तमाम लोगों की उपस्थिति रही।



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