जलालपुर, जौनपुर। ऐतिहासिक शिवमंदिर त्रिलोचन महादेव के सुंदरीकरण के लिए 51.86 लाख रुपये स्वीकृत हुआ है। लेकिन मंदिर के सुंदरी करण का कार्य पर्यटन विभाग के लेट लतीफी की भेट चढ़ गया। अनुमान इसी से लगाया जा सकता है। सुंदरीकरण कौन कहे मंदिर के ठीक सामने स्थित तालाब के तीनों तरफ की सीढ़ियां टूटकर तालाब के अंदर की तरफ झुक गई है। जबकि उस तालाब में कांवरियां तथा दूर दराज से आए श्रद्धालु स्नान करके तब बाबा को जलाभिषेक करते हैं। लेकिन इस बार तालाब में स्नान करना जोखिम भरा होगा।
सावन मास में हजारों संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। उसके दबाव से कब टूट कर तालाब में गिर जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। परिसर में कही भी कावरियों के कांवर को रखने के लिए अभी तक बॉस बल्ली नहीं लगाई गई है। मंदिर परिसर में आने वाले भक्तों के लिए किसी तरह की परेशानी हो इसे देखते हुए कमेटी के लोग छज्जा लगा रहे है।
त्रिलोचन मंदिर के प्रबंधक मुरलीधर गिरी व सोनू गिरी ने बताया कि सावन मास में यहां दूर दराज तथा वाराणसी से जल लेकर त्रिलोचन महादेव में जलाभिषेक करने के लिए हजारों की भीड़ में श्रद्धालु आते हैं। जिससे काफी लंबी लाइन लग जाती है। इस दौरान धूप व बारिश से बचने के लिए मंदिर परिसर में तालाब के किनारे लाइन के लिए लगी रेलिंग के ऊपर लगभग दो लाख की लागत से छज्जा लगवाया जा रहा है। 50 की संख्या में सफाई कर्मी मंदिर की सफाई के लिए लगाए गए हैं।
खंड विकास अधिकारी गौरवेंन्द्र सिंह ने बताया कि सावन मास में लगने वाले त्रिलोचन महादेव मेले मैं साफ सफाई के लिए पर्याप्त मात्रा में सफाई कर्मी लगा दिए गए हैं।




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