जौनपुर। नेवढिय़ा थाना क्षेत्र के दशमी बारी गांव के पास बुधवार की रात चिकित्सक से हुई लूट की घटना फर्जी निकली। चिकित्सक ने खुद पुलिस के सामने इस बात को स्वीकार किया कि उनकी जेब में दो लाख दस हजार रुपये थे जो सुरक्षित है। मारपीट के बाद घबड़ाहट में उन्होंने ऐसी सूचना पुलिस को दे दी थी। पुलिस ने मामले में मारपीट का केस दर्ज किया है।

नेवढिय़ा थाना क्षेत्र के लाखापुर निवासी डॉ. निहाल चंद्र पटेल की गुतवन बाजार में क्लीनिक है। वह बुधवार रात लगभग नौ बजे गुतवन बाजार से से घर जा रहे थे। दशमी बारी के पास पहुंचे थे तभी पहले से घात लगाए बैठे मनबढ़ों ने उन्हें रोककर रॉड से पीटना शुरू कर दिया। पिटाई से निहाल चंद्र पटेल (42) गंभीर रूप से घायल हो गए। बदमाशों ने पीडि़त के बैग में रखा सारी दवाइयां नष्ट कर दी और बाइक भी क्षतिग्रस्त कर दिया। शोर सुनकर आस पास के लोग दौड़े तो हमलावर फरार हो गए। लोगों ने एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया।
घायल चिकित्सक ने अपने पास से दो लाख दस हजार रुपये लूटे जाने की सूचना देकर सनसनी फैला दी थी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर इलाज के बाद चिकित्सक की स्थिति सामान्य हुई तो पुलिस को उन्होंने बताया कि उनके पास से लूट नहीं हुई थी। उनके पास दो लाख दस हजार रुपये थे जो पैंट की जेब में सुरक्षित है। सीएचसी से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया।
पीडि़त ने गुरुवार सुबह थाने पहुंचकर मारपीट के मामले में एक एक नामजद और चार अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। पीडि़त के मुताबिक 11 तारीख को उनके घर बेटी की शादी में आर्केट्रा में विवाद हुआ था। उसी को लेकर कुछ मनबढ़ों ने उन्हें मारा पीटा है।




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