जौनपुर। इमाम खुमैनी की बरसी पर नगर में विभिन्न कार्यक्रम हुये। इसी क्रम में शिया जामा मस्जिद कसेरी बाजार में बाद नमाज मजलिस हुई जहां जोहर नासिरिया अरबी कालेज के अध्यापक मौलाना उरूज हैदर खां ने कहा कि इमाम खुमैनी का देहान्त 4 जून 1990 को हुआ था। इमाम खुमैनी के क्रांतिकारी विचारों की आज फिर जरूरत है।

शिया जामा मस्जिद के मुतवल्ली/प्रबंधक शेख अली मंजर डेजी ने इमाम खुमैनी के लिये सुर-ए-फातिहा पढ़ा। साथ ही उनके बताये बातों का अनुसरण करने की अपील किया। इसी क्रम में शेख नूरूल हसन मेमोरियल सोसाइटी कार्यालय पर गोष्ठी हुई जहां जाकिरे अहलेबैत असलम नकवी ने कहा कि इमाम खुमैनी ने साम्राज्यवादी अमेरिका को हमेशा चुनौती दी है। आज वही अमेरिका ईरान पर प्रतिबंध लगाकर उसे कमजोर कर रहा है।
इसी क्रम में हुसैनी फोरम इण्डिया के कार्यालय शेखपुर में राष्ट्रीय संयोजक खान इकबाल मधू ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरू अयातुल्लाह सैयद खामेंनाई हर प्रकार की चुनौतियों का मुकाबला करने में सक्षम हैं। इस अवसर पर तमाम लोग उपस्थित रहे।




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