जौनपुर। चंदवक थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत गुलरा के ममरखा दलित बस्ती में सोमवार की देर रात धान के बेहन की क्यारी में गाय के मुंह डालने से गुस्साए लोगों ने पहले गाय को लाठियों से पीटा। इतने से गुस्सा शांत नहीं हुआ तो वे कुल्हाड़ी और धारदार हथियार से गाय का पैर काटकर दबंगो ने क्रूरता का नंगा खेल खेला। फिलहाल पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है। ऐसी घटना से गांव में तनाव बना हुआ है।

गुलरा ममरखा के त्रिभुवन ने अपनी गाय को चरने के लिए लंबी रस्सी द्वारा खूंटे में बांध रखा था। गाय को घर बांधना भूल वह निमन्त्रण करने चला गया। गाय खूंटा उखाड़कर लालजी के धान की नर्सरी में चली गई। इतने में लालजी के परिवार के लोंगो ने गाय को बांधकर लाठियों से बुरी तरह पीटा। इतना ही नही टंगारी से गाय का पैर काट उसे तड़पता छोड़ने पर ही उन्हें शांति मिली। सुबह पशु मालिक जब गाय को खूंटे पर नहीं देखा तो ढूंढने लगा। थोड़ी दूरी पर त्रिभुवन ने देखा कि एक पैर कटा रक्त रंजित उसकी गाय अधमरी हालत में तड़प रही है।
पशु मालिक अपनी गाय की हालत देख जब गांव के कुछ लोगों के साथ इसकी शिकायत लालजी से की तो वह उनसे उलझ गया और कहा मेरी खेती यदि नुकसान होगी तो ऐसा ही होगा। पशु पालक ने बताया कि गाय के पेट में पांच माह का बच्चा भी है। पीड़ित ने इसके खिलाफ तहरीर चंदवक पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी लालजी, लालचंद और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। धर्म जागरण प्रमुख नरेंद्र पांडेय ने कहा है कि गाय के प्रति क्रूरता असहनीय है। पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपियों को जेल भेजे।




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