जौनपुर। मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र के रामपुर कटाहित गांव में स्थित कबीर आश्रम के महंत विमलदास रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए हैं। 26 मार्च 2019 से लापता महंत की पहले उनके अनुयायियों ने खोजबीन की लेकिन कोई सुराग न लगने पर रविवार को वाराणसी से आए महंत विमलदास के अनुयायियों ने पुलिस को तहरीर देकर छानबीन की मांग की है। महंत के अनुयायी किसी अनहोनी की आशंका से हैरान परेशान हैं।
उनका कहना है कि कबीर आश्रम के पास काफी प्रापर्टी है जिसके उत्तराधिकारी महंत विमलदास ही थे। उनके लापता होने के पीछे प्रापर्टी का मामले से भी इनकार नहीं किया जा सकता। पुलिस ने छानबीन कर महंत का पता लगाने का भरोसा दिया है।
मछलीशहर के रामपुर कटाहित गांव में संत कबीर आश्रम है जहां दूर दराज से बड़ी संख्या में भक्त आते हैं और सत्संग में शामिल होते हैं। यहां के महंत विमल दास 26 मार्च 2019 से अचानक गायब हो गए। तभी से उनका कुछ अता पता नहीं चल सका है। पहले तो भक्तों ने उनकी काफी खोजबीन की लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। महंत के साथ पहले से ही आश्रम की देखभाल करने वाले सिरकारा के गोहदा गांव निवासी सुभाष के पास आश्रम की चाभी है। सुभाष को भी नहीं पता की महंत विमलदास किन परिस्थितियों में लापता हुए।
वाराणसी के सूरज कुंड लक्सा निवासी राजेश कुमार जायसवाल के साथ आए धर्मपाल यादव, कल्पनाथ, राजेंद्र यादव, रामपुर मछलीशहर के अक्षय कुमार सिंह, बक्शा के सरायविभार निवासी मोलई दास, ग्राम प्रधान अमरपाल, रामशिरोमणि प्रजापति ने संयुक्त रूप से पुलिस को तहरीर देकर महंत का पता लगाने की गुहार लगाई है।
सीओ मछलीशहर विजय सिंह का कहना है कि लापता महंत विमलदास के अनुयायियों ने पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस छानबीन कर रही है। शीघ्र पता लगा लिया जाएगा। वाराणसी से आए महंत के अनुयायियों ने को इस बात की आशंका है कि प्रापर्टी को लेकर उनके साथ किसी अनहोनी से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।




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