जौनपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र महराजगंज के अन्तर्गत सराय पडरी चौराहे पर उर्मिला नामक एक महिला अपने पति राजेन्द्र सरोज के साथ एक क्लीनिक चला रखी है। इससे सराय पडरी की दो, मनिकापुर की दो, हटिया रामनाथ की एक, भवानीगढ़ की दो, बहाउद्दीनपुर की एक, मुंहकुचा की एक, अंगराह की दो आशा संगिनी, बहोरिकपुर की दो आशा समेत कई दर्जन आशा परेशान हैं।

बताते चलें कि गर्भवती महिलाओं की देख-रेख पूरे नौ महीने तक आशा, संगिनी व एएनम करती हैं लेकिन डिलवरी होने के समय तमाम प्रकार का झांसा देकर फर्जी डाक्टर बनी उर्मिला सहित उसका पति गांव के कई लोगों को मिलाकर डिलवरी सहित भ्रूण हत्या भी करा रही है। सोचनीय विषय यह है कि विभाग को भी कई बार लिखित जानकारी दी गयी लेकिन वह मौन है। साथ ही क्षेत्र के कुछ नामी-गिरामी चौधरी लोग भी महिला के झांसे व प्रलोभन पर उसी की वकालत कर रहे हैं।
विदित हो कि महराजगंज के लोहिन्दा चौराहे पर एक फर्जी डाक्टर ने गर्भवती महिला की जानकारी के अभाव में जान ले ली थी। उसी समय अभियान के तहत पडरी चौराहे पर उर्मिला नर्सिंग होम पर पुलिस बल के साथ स्वास्थ्य विभाग ने ताला लगाकर क्लीनिक सीज कर दिया था। कुछ दिन बाद बिना किसी आदेश के ताला तोड़कर क्लीनिक चालू कर दी गयी। क्लीनिक के पीछे वह स्वयं अपना मकान बनाकर दोनों जगह नर्सिंग होम धड़ल्ले से चला रही है। शिकायत पर जांच टीम के पहुंचने से पहले ही वह क्लीनिक बंद कर बगल अपने आवास पर चली जाती है।
क्षेत्र की आशा नीलम, सुशीला, आविदा, प्रेमा, सीमा, चंचला, रीता, आशा सहित अन्य लोगों ने फर्जी चिकित्सक उर्मिला सहित उसके पति पर कार्यवाही की मांग करते हुये क्लीनिक बन्द कराने की मांग किया है। वहीं आशाओं ने यह आरोप भी लगाया कि उन्हें उपरोक्त लोगों द्वारा फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी जाती है। आशा संगिनी अमरीकन का कहना है कि कई बार शिकायत स्थानीय चिकित्सा अधीक्षक से लेकर जिलाधिकारी तक की गयी लेकिन कोई जांच करने तक नहीं पहुचा जिसके चलते फर्जी चिकित्सक का हौसला बुलंद है।




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