सुजानगंज, जौनपुर। इस दुनिया में वह व्यक्ति सबसे अमीर है जिसने एक सच्चे मित्र को प्राप्त कर लिया है। क्योंकि एक सच्चा मित्र आपको हर दुर्गुण से दूर ले जाकर सद्कर्म के रास्ते पर लेकर चलता है। उपरोक्त कथन की व्याख्या श्री कृष्ण तथा सुदामा की मित्रता से किया जा सकता है। यह बातें महिमामयी मंडन भुईँधरा में पूर्व आयकर आयुक्त पंडित देव नारायण मिश्र के घर पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में पंडित रामानंद मिश्र ने कही।

उन्होंने कहा कि कृष्ण की सखा प्रेम की महिमा अवर्णिनीय है। कृष्ण एक राजा परन्तु सुदामा एक अत्यंत दुर्बल तथा निर्धन ब्राह्मण थे। परन्तु उनकी दोस्ती पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है क्योंकि उनकी दोस्ती में कोई भी स्वार्थपन नहीं था। कृष्ण ने सुदामा के पैर भी धुले। क्योंकि कृष्ण अपने मित्र के प्रेम से अत्यधिक प्रसन्न थे।
इस अवसर पर अवधेश नारायण, राम शिरोमणि, गंगादीन, राजकुमार मिश्र आदि उपस्थित रहे।




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