जौनपुर। वर्ष 1984, 1999 और 2009 के चुनाव में जिले की दोनों संसदीय सीट जौनपुर व मछलीशहर से प्रत्याशियों की संख्या बराबर रही। वर्ष 1962 में हुए तीसरी लोकसभा चुनाव में जौनपुर से 4 व मछलीशहर लोकसभा सीट से 3 प्रत्याशी मैदान में थे। इसके बाद 1980 के चुनाव से प्रत्याशियों की संख्या लगातार बढ़ती गई। अभी तक हुए कुल 16 बार के लोकसभा चुनाव में 1996 में मछलीशहर लोकसभा सीट से सबसे अधिक 38 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। वहीं 17वीं आगामी लोकसभा के होने वाले चुनाव के लिए जौनपुर सदर सीट से 20 और मछलीशहर से 15 प्रत्याशी मैदान में हैं।

इतिहास पर नजर डालें तो 1951 में पहली लोकसभा के चुनाव में जौनपुर सदर सीट से 6 प्रत्याशी मैदान में थे। हालांकि उस दौर में एक ही सीट से दो सांसद चुने जाते थे। यानी दो सीट के लिए छह प्रत्याशियों ने भाग्य अजमाया था। जिसमें कांग्रेस के बीरबल सिंह और इसी दल के गनपत राम सांसद चुने गए थे। 1957 में हुए दूसरी लोकसभा के चुनाव में भी एक सीट से दो सांसद चुने गए थे। इस बार पांच प्रत्याशी मैदान में थे।
वर्ष 1962 के चुनाव में मछलीशहर लोकसभा सीट भी अस्तित्व में आई और इस सीट से कांग्रेस से गनपत राम, जनसंघ से महादेव और पीएसपी से शंभूनाथ ने अपना राजनीतिक भाग्य अजमाया था। जिसमें गनपत राम सांसद चुने गए थे। 1962 में ही जौनपुर सीट से चार प्रत्याशियों ने अपना भाग्य अजमाया था। 1967 में जौनपुर से चार और मछलीशहर से छ: प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया। चुनाव में सबसे अधिक प्रत्याशियों की बात करें तो अभी तक के लोकसभा चुनाव में 1996 में जौनपुर सीट से 23 और मछलीशहर सीट से 38 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इस बार जौनपुर से भाजपा के राजकेशर सिंह और मछलीशहर से भाजपा के ही रामविलास वेदांती चुनाव जीते थे। 1999 और 2009 के चुनाव में दोनों सीटों से 16-16 उम्मीदवार मैदान में रहे।
इसी प्रकार 1971 में जौनपुर से 8, मछलीशहर 4 प्रत्याशी, 1977 में जौनपुर से 4 और मछलीशहर से 6, 1980 में जौनपुर से 10 और मछलीशहर 8, 1984 में जौनपुर से 18 और मछलीशहर 18, 1989 में जौनपुर 11 और मछलीशहर 7, 1991 में जौनपुर 20 और मछलीशहर 18, 1998 में जौनपुर से 11 और मछलीशहर 12, 2004 में जौनपुर 11 और मछलीशहर 14 एवं 2014 के चुनाव में जौनपुर सीट से 22 और मछलीशहर सीट से 16 प्रत्याशियों ने भाग्य अजमाया था।



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