जौनपुर: चूल्हे की चिंगारी से छप्पर में लगी आग, झुलसकर युवती की मौत | #AAPKIUMMID
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जौनपुर। महराजगंज थाना क्षेत्र के लोहरियांव गांव की दलित बस्ती में बुधवार को सुबह खाना बनाते समय चूल्हे से निकली चिंगारी से छप्पर में आग लग गई। आग की चपेट में आने से खाना बना रही युवती झुलसकर मौत हो गई। साथ ही गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया।
लोहरियांव गांव निवासी राजमनी की बेटी नीतू (19) सुबह छप्पर के नीचे चूल्हे पर खाना बना रही थी। उसी दौरान चूल्हे से निकली चिंगारी से छप्पर में आग लग गई। नीतू ने आग बुझाने की कोशिश की तो उसके कपड़े में भी आग लग गई। आग की लपटें देखकर आस पास के लोग भी आ गए। किसी तरह लोगों ने नीतू को बाहर निकाला लेकिन तबतक वह गंभीर रूप से झुलस चुकी थी।
नीतू को बचाने में उसके पिता राजमनी का भी दोनो हाथ जल गया। गांव के लोग जबतक आग पर काबू पाते तबतक छप्पर और उसमें रखा गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया। गंभीर रूप से झुलसी नीतू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचया गया। जहां गंभीर हालत देख डाक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने अस्पताल से ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। राजमनी मजदूरी कर के परिवार की आजीविका चलाते हैं और रहने के लिए उनके पास छप्पर ही था जो जलकर राख हो गया। उनकी पत्नी हीरावती विकलांग हैं। परिवार में पत्नी के अलावा दस वर्षीय बेटा सचिन और पुत्री नीतू के अलावा और कोई सदस्य नहीं था। नीतू की मौत से परिवार में कोहराम मचा है।
लोहरियांव गांव निवासी राजमनी की बेटी नीतू (19) सुबह छप्पर के नीचे चूल्हे पर खाना बना रही थी। उसी दौरान चूल्हे से निकली चिंगारी से छप्पर में आग लग गई। नीतू ने आग बुझाने की कोशिश की तो उसके कपड़े में भी आग लग गई। आग की लपटें देखकर आस पास के लोग भी आ गए। किसी तरह लोगों ने नीतू को बाहर निकाला लेकिन तबतक वह गंभीर रूप से झुलस चुकी थी।
नीतू को बचाने में उसके पिता राजमनी का भी दोनो हाथ जल गया। गांव के लोग जबतक आग पर काबू पाते तबतक छप्पर और उसमें रखा गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया। गंभीर रूप से झुलसी नीतू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचया गया। जहां गंभीर हालत देख डाक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने अस्पताल से ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। राजमनी मजदूरी कर के परिवार की आजीविका चलाते हैं और रहने के लिए उनके पास छप्पर ही था जो जलकर राख हो गया। उनकी पत्नी हीरावती विकलांग हैं। परिवार में पत्नी के अलावा दस वर्षीय बेटा सचिन और पुत्री नीतू के अलावा और कोई सदस्य नहीं था। नीतू की मौत से परिवार में कोहराम मचा है।