• फटे हाल लहरा रहे तिरंगे को उतारकर समाजसेवी ने नया लगवाया

जौनपुर। देश के राष्ट्रीय ध्वज को लेकर जहां सीमा पर तैनात जवान अपनी जान गंवा देते हैं, वहीं सफेदपोश लोग राजनीति की रोटी भी सेंक लेते हैं। आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रमों में लोग काफी बढ़-चढ़कर बोलते हैं लेकिन कहीं पर गिरे एवं फटे तिरंगे को देखकर वही लोग अनदेखा भी कर देते हैं परन्तु चंदवक क्षेत्र के एक युवा समाजसेवी ने लोगों को संदेश देने के लिये काफी दिन से फटे हाल लहरा रहे तिरंगे को बिना कोई माहौल बनाये उतरवाकर नया लगवा दिया।
जौनपुर के चंदवक क्षेत्र में फटे तिरंगे को उतारकर नया लगाते युवा समाजसेवी
अजीत सिंह एवं इनसेट में प्रतिमा के ऊपर फटे हाल लहरा रहा तिरंगा।
मामला चंदवक क्षेत्र के ग्रामसभा कसली मोड़ तिराहे का है जहां स्थित संविधान निर्माता डा. भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा की छत पर लगा तिरंगा पिछले काफी दिनों से फटे हालत में लहरा रहा था।
प्रत्येक दिन उस रास्ते से सैकड़ों लोगों का आवागमन होता है लेकिन किसी का ध्यान नहीं गया होगा तथा गया होगा तो लोग अनदेखा भी कर दिये होंगे। इसी दौरान युवा समाजसेवी अजीत सिंह की निगाह उस तिरंगे पर पड़ी तो वे बिना कोई माहौल बनाये बाजार से नया तिरंगा लाये और फटे तिरंगे को उतारकर नया लगा दिये। इस मौके पर उपस्थित लोगों के बीच श्री सिंह ने कहा कि देशप्रेम से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता है।
राष्ट्रीय ध्वज या डा. अम्बेडकर की प्रतिमा को लेकर आये दिन बयानबाजी, वाद-विवाद आदि होता रहता है जिस पर सफेदफोश लोग भी राजनीति की रोटी सेंक लेते हैं लेकिन राजनीति या भौकाल की दुकानदारी करने वाले लोगों का ध्यान ऐसी जगहों पर अपमानित हो रहे तिरंगे या प्रतिमा की ओर नहीं जाता है या कह लिया जाय कि इसकी सुधि नहीं होती है जो बड़े शर्म की बात है।




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