जौनपुर: पुराणों में सर्वश्रेष्ठ है श्रीमद्भागवत महापुराण: व्यास सुदर्शनाचार्य | #AAPKIUMMID
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सिकरारा, जौनपुर। क्षेत्र के शेरवां गाँव निवासी भुलन सिंह के यहाँ चल रही भागवत कथा में शुक्रवार को व्यास सुदर्शनाचार्य जी ने अपने प्रवचन में बताया कि 17 पुराणों में श्रीमद्भागवत महापुराण सर्वश्रेष्ठ है।
उन्होंने कहा कि जो भक्त जिस भावना से इस कथा को सुनता है उसकी सारी कामना को भगवान कृष्ण पूर्ण करते हैं। अपने भजनों के माध्यम से उन्होंने भागवत पुराण के माहात्म्य की सुंदर व्याख्या किया। कहा कि भगवान की इस कथा के श्रवण से राजा परीक्षित को मोक्ष प्राप्त हुआ था। इसके श्रवण से मानव के सारे पापों का शमन हो सकता है। कथा श्रवण तभी सुनिशित हो पाता है जब मनुष्य पर भगवत कृपा हो जाती है। कहा भी गया है, यह संघट तब होइ जब पुण्य पुरातन होइ। कथा में भक्ति महारानी को अपने पुत्र ज्ञान एवं वैराग्य के साथ स्वस्थ होना और गोकर्णोपाख्यान की मधुर कथा को लोगों ने श्रवण किया।
कर्म काण्ड पूर्ण विधि आचार्य राम सकल उपाध्याय के आचार्यत्व में सम्पन्न हुई। प्रारम्भ में मुख्य यजमान भूलन सिंह ने भागवत ग्रंथ तथा व्यास का पूजन अर्चन किया। विवेक सिंह ने अंगवस्त्र प्रदान कर व्यास को सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि जो भक्त जिस भावना से इस कथा को सुनता है उसकी सारी कामना को भगवान कृष्ण पूर्ण करते हैं। अपने भजनों के माध्यम से उन्होंने भागवत पुराण के माहात्म्य की सुंदर व्याख्या किया। कहा कि भगवान की इस कथा के श्रवण से राजा परीक्षित को मोक्ष प्राप्त हुआ था। इसके श्रवण से मानव के सारे पापों का शमन हो सकता है। कथा श्रवण तभी सुनिशित हो पाता है जब मनुष्य पर भगवत कृपा हो जाती है। कहा भी गया है, यह संघट तब होइ जब पुण्य पुरातन होइ। कथा में भक्ति महारानी को अपने पुत्र ज्ञान एवं वैराग्य के साथ स्वस्थ होना और गोकर्णोपाख्यान की मधुर कथा को लोगों ने श्रवण किया।
कर्म काण्ड पूर्ण विधि आचार्य राम सकल उपाध्याय के आचार्यत्व में सम्पन्न हुई। प्रारम्भ में मुख्य यजमान भूलन सिंह ने भागवत ग्रंथ तथा व्यास का पूजन अर्चन किया। विवेक सिंह ने अंगवस्त्र प्रदान कर व्यास को सम्मानित किया।