जौनपुर। रमजान के महीने को पाक माना जाता है। इसे बरकत का महीना भी कहते हैं। रमजान के महीने में अल्लाह रोजेदारों की इबादत कबूल करते हैं। वहीं बंदों पर रहमत की बारिश करते हैं।
इलाके में गर्मी की तपिश है। बावजूद इसके रोजेदारों में उत्साह है लेकिन नन्हे बच्चों में रमज़ान का उत्साह कुछ ज्यादा ही है। बच्चे रोजाना रोजा रखकर खुदा की बंदगी कर रहे हैं।

नन्ही रोज़ेदार रिफ़त अंसारी व फातिमा अंसारी बताती हैं कि वह लगातार रोजा रख रही हैं। अल सुबह सेहरी के साथ ही पांचों वक्त की नमाज अदा करती हैं। इनके अनुसार उनके परिवार में सभी लोग रमजान में रोजा रखते हैं। परिवार के अन्य सदस्यों की तरह वह भी रोजा का फर्ज अदा करती है। रोजा रखने वालों को अल्लाह ताला से सवाब मिलता है। सेहत भी अच्छी रहती है।




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