जौनपुर। शाहगंज रेलवे स्टेशन पर मंगलवार की दोपहर एक अवैध वेण्डर को आरपीएफ के जवान द्वारा पिटाई किए जाने के बाद साथी वेण्डर लामबंद हो गए। उनका कहना है कि अवैध धन उगाही के भरोसे वह स्टेशन से अपने परिवार की जीविका चलाने की जद्दोजेहद करते हैं। अपनी कमाई से हिस्सा देने के बावजूद भी उत्पीड़न किया जाता है।

बताते हैं कि मंगलवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर बोतल बंद पानी बेच रहे एक अवैध वेंडर को आरपीएफ के जवान ने पीट दिया। पिटाई के बाद उसे आरपीएफ की चौकी पर ले जाकर बैठा लिया गया।
आरोप है कि पिटाई के बाद भी उससे सुविधा शुल्क लेकर छोड़ दिया गया। वेण्डर की पिटाई की सूचना के बाद उसके साथियों में रोष व्याप्त हो गया। वेंडर लामबंद हो गए और आरपीएफ जीआरपी के खिलाफ अपना रौब व्यक्त करने लगे।
उनका कहना था कि आरपीएफ व जीआरपी अवैध धन उगाही भी करती है। समय समय पर अपना कोटा पूरा करने के लिए चालान भी काटती है और आयेदिन उत्पीड़न भी किया जाता है। बताते हैं कि 60 हजार से लेकर 80 हजार रुपए तक अवैध वेण्डरों के ठेकेदारों से लिया जाता है। फिलहाल अवैध वेण्डरों में रोष व्याप्त है।




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