जौनपुर। जिला निर्वाचन अधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी एवं प्रभारी अधिकारी मतदान कार्मिक गौरव वर्मा ने मास्टर/सहायक मास्टर ट्रेनर के साथ बैठक किया। कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में 2 से 7 मई तक होने वाले मतदान कार्मिकों के द्वितीय चरण के प्रशिक्षण हेतु मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये दिशा निर्देश दिये गये।
जौनपुर के कलेक्ट्रेट सभागार में मास्टर व सहायक प्रशिक्षकों के
साथ बैठक करते जिला निर्वाचन अधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी।
इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान कार्मिकों को प्रशिक्षण के समय ईवीएम एवं वीवीपैट के विषय सहित उसके प्रयोग करने के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी दी जाय तथा निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाये। कोई भी मतदाता व पोलिंग एजेण्ट बूथ के अन्दर मोबाइल लेकर नहीं जायेगा।
इसी क्रम में प्रभारी अधिकारी कार्मिक गौरव वर्मा ने मास्टर ट्रेनरों को बताया कि मतदान दिवस के 1 दिन पूर्व पोलिंग पार्टी को ईवीएम, वीवीपैट सहित अन्य आवश्यक सामग्री देने के दौरान मतदान कार्मिकों द्वारा ईवीएम व वीवीपैट को जोड़कर चेक नहीं किया जाय तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि वीवीपैट मशीन के पिछले हिस्से में बना लॉक-अनलॉक स्विच क्षैतिज दिशा में रहे। वीवीपैट इस प्रकार रखा जाय कि वीवीपैट की स्क्रीन पर सीधा प्रकाश/तीक्ष्ण प्रकाश, धूप आदि न पड़े।
मतदान दिवस पर मॉक पोल के समय यदि बीयू, सीयू व वीवी पैट में कोई भी यूनिट खराब हो जाय तो कन्ट्रोल यूनिट (सीयू) के पावर स्विच को ऑफ करें और केवल डिस्कनेक्ट करें। खराब हुई यूनिट को ही रिजर्व से बदलें। पूरे सेट को नहीं बदलना है। पुनः 50 वोट डलवाकर मॉक पोल को सम्पादित करें। वास्तविक मतदान के समय यदि बीयू अथवा सीयू अथवा दोनों खराब हो जाय तो कन्ट्रोल यूनिट (सीयू) के पावर स्विच को ऑफ करें और केवल डिस्कनेक्ट करें। तीनों यूनिटों (बीयू, सीयू व वीवीपैट) को रिजर्व से बदलें।
नयी मशीनों में मॉक पोल के लिये प्रत्येक उम्मीदवार (नोटा सहित) को एक वोट डालकर प्रक्रिया सम्पादित करें। वास्तविक मतदान के समय केवल वीवीपैट खराब हो जाय तो केवल वीवीपैट को रिजर्व से बदलें। इस दिशा में कोई मॉक पोल नहीं होगा तथा सीधे मतदान जारी रखें। इस अवसर पर सहायक मतदान अधिकारी कार्मिक दयाराम, मास्टर/सहायक टेªनर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।




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