जौनपुर। इस देश में सामाजिक समरसता, न्याय, भ्रष्टाचार मुक्त, भय मुक्त तथा विकास युक्त सरकार बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश में समान विचारधाराओं की तीन पार्टियों बसपा, सपा तथा राष्ट्रीय लोकदल का चिर प्रतीक्षित गठबंधन हुआ है। इनके कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों में बहुत जोश एवं उमंग भर गया है। सपा व राष्ट्रीय लोकदल के समर्थन से मछलीशहर में बसपा प्रत्याशी के रूप में त्रिभुवन राम (टी. राम) लोकसभा 2019 के चुनाव के लिए मैदान में हैं।
मछलीशहर लोकसभा सीट से बसपा सपा गठबंधन के प्रत्याशी त्रिभुवन राम (टी. राम) पुत्र स्व. खुरभुर राम का जन्म जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र के डोभी स्थित ग्राम भगतौली में हुआ है। इनकी हाईस्कूल तक की शिक्षा आदर्श इण्टर कालेज, रेहारी, पतरही से हुई। उन्होंने कर्रा कालेज, डोभी से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद आईटी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (अब आईआईटी) से सिविल इंजीनियरिंग में प्रथम श्रेणी में बीटेक डिग्री प्राप्त किया। एमटेक की पढ़ाई बीच में छोड़कर उन्हें नौकरी में जाना पड़ा। टी. राम के पिता खुरभुर राम का 30 अप्रैल 2014 को स्वर्गवास हो गया। वे अपने समय में पहलवानी करते थे तथा समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति थे। टी.राम के बड़े पुत्र श्री रोमिल सिंह सेंट स्टीफैन्स कालेज दिल्ली विश्वविद्यालय से गणित में आनर्स डिग्री प्रथम श्रेणी में प्राप्त करने के उपरान्त आस्ट्रेलिया से मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री प्रथम श्रेणी में प्राप्त कर विदेश में कार्यरत हैं। छोटे पुत्र रजत सिंह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, हैदराबाद से वकालत पढ़कर सुप्रीम कोर्ट में 11 वर्षों से प्रेक्टिस कर रहे हैं। छोटी बहू भी वकील हैं।

विकास कार्यों तथा प्रशासनिक अनुभव:
टी.राम की मार्च 1972 में लोक निर्माण विभाग, सहायक अभियन्ता के पद पर इलाहाबाद में पहली तैनाती हुई। साढ़े चार वर्षों तक नगर विकास विभाग इलाहाबाद में ही सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत रहे। इसके बाद पीसीएफ सहकारिता विभाग में महाप्रबन्धक तथा मुख्य अभियन्ता के पद पर लगभग ढाई वर्षों तक कार्यरत रहे। मण्डी परिषद (कृषि विभाग) में ज्वॉइंट डायरेक्टर के पद पर 2 वर्ष कार्यरत रहे। कम उम्र में ही मुख्य अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग के पद पर पदोन्नति हुई तथा इस पद पर लखनऊ में कार्यरत रहे। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम में प्रबंध निदेशक के पद पर डेढ़ वर्ष तक कार्यरत रहे। अगस्त 2000 में प्रमुख अभियन्ता तथा विभागाध्यक्ष, लोक निर्माण विभाग के पद पर पदोन्नति हुई।
इस पद पर लगभग 11 साल तक कार्यरत रहे। जबकि प्रदेश के इतिहास में इतनी लम्बी अवधि तक कोई भी प्रमुख अभियन्ता के पद पर नहीं रहा। इस अवधि में लगभग सभी राजनैतिक पार्टियों के शासन काल में सफलतापूर्वक कार्य किया। प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष के साथ-साथ उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम में प्रबन्ध निदेशक का कार्य भी डेढ़ वर्षों तक अतिरिक्ति रूप से देखते रहे। उनके कार्यों के प्रति समर्पण, उत्तरदायित्व तथा कार्यकुशलता को देखते हुए ढाई वर्षों का सेवा विस्तार भी मिला। इस प्रकार 39 साल की सेवा के उपरान्त 62 वर्ष 6 माह की उम्र में टी.राम प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग के पद से सेवानिवृत्त हुए। हाईवे इंजीनियरिंग के क्षेत्र में देश में विभिन्न इंजीनियरिंग संस्थानों की सर्वोच्च संस्था ‘इण्डियन रोड्स कांग्रेस’ के वर्ष 2005 में अध्यक्ष चुने गये।
उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहला प्रमुख अभियंता रहे जिसे यह गौरव प्राप्त हुआ। इन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया गया। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता, विकास एवं विभागाध्यक्ष के पद पर लगभग 11 साल तक पदासीन रहने वाले प्रदेश के पहले इंजीनियर बने। प्रदेश की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था द्वारा वर्ष 2006-07 में ‘‘अभियंता गौरव सम्मान’’ से सम्मानित किया गया। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2009 में विशिष्ट छात्र सम्मान से सम्मानित हुए।
अन्य उपलब्धियाँ:
विकलांगों की क्रिकेट में रुचि जागृत करने हेतु ‘भारतीय विकलांग क्रिकेट संघ’ के पिछले 10 वर्षों से अध्यक्ष हैं। महामना मालवीय मिशन, लखनऊ शाखा के लगातार 2 बार अध्यक्ष रहे। उत्तर प्रदेश ओलम्पिक संघ के पिछले कई वर्षों से उपाध्यक्ष हैं। उ.प्र. हैण्डबाल एसोसिएशन के 5 वर्षों तक अध्यक्ष रहे।
उप्र बैडमिण्टन एसोसिएशन के भी कई वर्षों तक उपाध्यक्ष रहे। अमेरिका, आस्ट्रेलिया, सिंगापुर, स्वीडन, डेनमार्क, नेपाल, इंग्लैण्ड तथा जापान आदि देशों का भ्रमण किया। वर्ष 2012 में लंदन में आयोजित वर्ल्ड ओलम्पिक में भारतीय टीम के साथ लंदन का भ्रमण किया। वर्ष 2013 में स्वीडन में भारतीय हैण्डबाल टीम के साथ देश का प्रतिनिधित्व किया। इनका नेपाल में बीपी कोइराला मेडिकल कालेज, घरान, नेपाल के निर्माण में विशेष योगदान रहा।
लखनऊ शहर की सड़कों के चौड़ीकरण, उनके सुंदरीकरण तथा उच्च स्तरीय निर्माण में अहम भूमिका रही। पीसीएफ में तैनाती के दौरान वाशी, मुम्बई, कानपुर, कोपागंज, अलीगढ़ तथा प्रदेश के अन्य जनपदों में कोल्ड स्टोरेज तथा गोदामों का निर्माण इनके नेतृत्व में कराया गया। लखनऊ में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, मान्यवर कांशीराम स्मारक, इको गार्डेन आदि से सम्बन्धित निर्माण कार्यों में योगदान रहा। प्रदेश में सड़कों के उच्च स्तरीय निर्माण एवं उनके रखरखाव में इनकी अहम् भूमिका रही।
जौनपुर के कार्यों में इनका योगदान:
जौनपुर में इलाहाबाद-जौनपुर-गाजीपुर मार्ग के चौड़ा करने, जौनपुर-मड़ियाहूं-भदोही मार्ग का चौड़ीकरण, लखनऊ-रायबरेली-प्रतापगढ़-जौनपुर मार्ग का चौड़ीकरण, लखनऊ-सुल्तानपुर-जौनपुर-वाराणसी विकास कार्यों में उल्लेखनीय योगदान रहा। राष्ट्रीय मार्ग के चार लेन में चौड़ीकरण, जौनपुर-शाहगंज-आजमगढ़ तथा दानगंज-थानागद्दी जलालपुर-मड़ियाहूं मार्ग के (मछलीशहर मड़ियाहूं, वाराणसी तक) चौड़ीकरण तथा सुधार में विशेष योगदान। डोभी में बलरामपुर से नियार तक तथा नियार से बेला, धरसौना तक मार्ग का व्यक्तिगत प्रयास से निर्माण तथा चौड़ीकरण का कार्य कराया। चांदेपुर बढ़वा (डोभी) में गोमती नदी पर पुल टी. राम के प्रयासों की देन है।
विधानसभा अजगरा वाराणसी में विकास कार्य:
राजनीति में सर्वप्रथम विधानसभा अजगरा, वाराणसी से चुनाव में विजयी हुए तथा सन् 2012 से 2017 तक विधायक रहे। इस क्षेत्र में लगभग 125 सड़कों का निर्माण तथा पुनर्निमाण कराया। वाराणसी शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या के निदान के लिए इनके व्यक्तिगत प्रयासों से पाण्डेयपुर तथा चौकाघाट से अंधरापुल तक 2 बड़े फ्लाईओवर का निर्माण सम्पन्न हुआ। चुनाव से पूर्व ही 25 गांवों में विद्युतीकरण के लिए 183 लाख रूपए स्वीकृत कराये। 5 वर्षों में 1100 हैण्डपम्प विशेषकर सार्वजनिक स्थलों पर लगवाये गये। विधायक निधि से 289 सोलर लाइट भी सार्वजनिक स्थलों जैसे मंदिर, मस्जिद, अखाड़ा, अम्बेडकर स्थल आदि पर लगवाये गये। 66 गांवों/बस्तियों में 95 लाख रूपए की लागत से विद्युतीकरण का कार्य। 110 असाध्य रोगियों (लीवर, हार्ट, किडनी, कैंसर आदि) को बिना किसी जाति धर्म भेदभाव के लगभग 125 लाख रूपए की अपने विधायक निधि से मदद की। 43 गांवों/बस्तियों में सीसी रोड, पक्की नाली, इण्टरलाकिंग आदि के कार्य 246 लाख रूपए में कराएं। 5 वर्षों से 30 मेडिकल कैम्प लगवाकर लोगों का उपचार मुफ्त में करवाया गया। मेरे सहयोग से 200 व्यक्तियों का मोतियाबिन्द का ऑपरेशन भी कराया गया। हरहुआ में 17 लाख रूपये से मिनी स्टेडियम का निर्माण कराया। चोलापुर में कुश्ती के लिए 6 लाख रूपये की मैटिंग की व्यवस्था किया।
इनकी प्राथमिकताएं:
भयमुक्त, अन्यायमुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त तथा विकासयुक्त स्वच्छ प्रशासन की स्थापना।
बहन-बेटियों की सुरक्षा, आपकी सुरक्षा तथा आपके सम्मान की गारण्टी।
प्रत्येक गांव सभाओं में सामुदायिक केन्द्र के निर्माण का प्रयास।
प्रारम्भिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर विशेष प्रयास।
रोजगार सृजन तथा नयी नौकरियों के लिए प्रयत्न।
जो बस्तियां पक्के मार्गों से अभी तक नहीं जुड़ी हैं, उन्हें जोड़ने की प्राथमिकता।
क्षेत्र में सड़कों का निर्माण व चौड़ा करने की समयबद्ध योजना।
8-10 गांवों का क्लस्टर बनाकर सामुदायिक पेयजल की व्यवस्था का प्रयास।




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