नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि फेक न्यूज और हेट स्पीच पर कंट्रोल करने के लिए सोशल मीडिया से अधिकारी की नियुक्ति करने को कहा गया है। सोशल मीडिया को इस दौरान किसी भी राजनीतिक पार्टी के विज्ञापन को जारी करने के लिए स्वीकृत लेनी होगी। गूगल और फेसबुक को भी ऐसे विज्ञापनदाताओं की पहचान करने के लिए कहा गया है।

उन्होंने कहा कि आम जनता के लिए समाधान वेब पोर्टल होगा। जिसमें जनता अपना फीडबैक देगी। यह पोर्टल फीडबैक के लिए होगा। मतदान के बाद सभी मतदाताओं को पर्ची मिलेगी। एक ऐप भी लांच किया जाएगा। जिसकी मदद से कोई भी मतदाता नियम उल्लंघन को कैमरे में कैद कर सीधे चुनाव आयोग को भेज सकेगा। जिससे आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। चुनाव के पांच दिन पहले वोटर लिस्ट दिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जाएगी। पेड न्यूज पर कार्रवाई के लिए तैयारी की गई है। मीडिया एक्सपर्ट को चुनाव आयोग ने तैयार किया है। सोशल मीडिया पर कैंपेनिंग का खर्चा भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि मीडिया की भी भूमिका अहम है। सभी राज्यों के चुनाव आयुक्तों से मीडिया से बात करने के लिए कहा गया है ताकि कवरेज निष्पक्ष हो। सभी बूथ पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे।

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