जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्य‍ालय परिसर के सभी सभी आवासों की मरम्मत का कार्य शुरू होने की कवायद शुरू हो गई है। शिक्षकों और कर्मचारियों के आवास कई सालों से जर्जर हो गए थे। बारिस में छतें छपकने की शिकायत भी मिली थी। दस से अधिक ऐसे भवन है जिनका प्लास्टर टूटकर गिर रहा है। विश्वविद्य‍ालय प्रशासन ने भवनों के मरम्मत के लिए कार्यदायी संस्था को जिम्मेदारी सौंप दी है।

विश्वविद्य‍ालय परिसर में अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों के लिए अलग-अलग टाईप के करीब दो सौ से अधिक आवास बने हैं। इन आवासों की विगत कई वर्षो से मरम्मत नहीं कराई गई है। जिसके कारण भवन जर्जर हो गए हैं। कुछ भवनों में छत टपकने की भी शिकायत है। टाईप एक में 60, टाईप दो में 90, टाईप तीन में 36 और टाईप चार में 20 आवास बनाए गए हैं।
इन भवनों में किसी के भवन की छत तो किसी की दीवार जर्जर हो गई है। बाउंड्री वाल भी बनाई जानी है। भवनों के मरम्मत, रंगाई, पुताई के लिए एक कार्यदायी संस्था को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उसे 70 लाख का धन भी स्वीकृत कर दिया है। आवासीय परिसर का सुंदरीकरण कराए जाने से लोगों का काफी राहत मिलेगी।




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