• 2016 से शून्य चल रहा बीपीएड सत्र, कालेजों में ताला

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्य‍ालय ने संबद्ध‍ बीपीएड कालेजों के दिन बहुरने वाले हैं। तीन सत्र शून्य होने के बाद विश्वविद्य‍ालय प्रशासन ने बीपीएड की सीटों पर दाखिला लेने का मन बना लिया है। संबंद्ध‍ कालेजों को पत्र जारी कर मानक पूरा करने का दिया गया है। कालेजों के मानक की जांच करने के लिए विश्वविद्य‍ालय प्रशासन ने तीन सदस्यी समिति का गठन किया है। समिति यह तय करेगी की कालेजों में मानक के अनुरूप शिक्षकों का अनुमोदन है अथवा नहीं। कालेज विश्वविद्य‍ालय के मानक को कितना पूरा कर रहे हैं।

2014-15 के बाद से बीपीएड का सत्र शून्य कर दिया गया है। छात्र नहीं मिलने के कारण दाखिला प्रक्रिया ही रोक दी गई थी। बीपीएड में ज्यादातर खिलाड़ियों को ही बरियता दी जाती है। पूर्वांचल विश्वविद्य‍ालय से संबद्ध‍ बीपीएड के कुल 18 कालेज हैं। इन कालेजों में बीपीएड की कुल 920 सीटें हैं। सत्र 2014-15 में प्रवेश प्रक्रिया के जरिए किसी दाखिला तो पूरा करा दिया गया था। लेकिन सभी कालेजों में कुछ न कुछ सीटें खाली रह गई थी।
2016 में विश्वविद्य‍ालय प्रशासन ने प्रवेश प्रक्रिया के लिए कार्यक्रम ही जारी नहीं किया। जिसके कारण सत्र शून्य हो गया।कालेजों में ताला लग गया है। विश्वविद्य‍ालय प्रशासन को एक बार फिर से बीपीएड कालेजों की याद आई है।  कालेजों को मानक पूरा करने का फरमान जारी कर दिया है। पूर्वांचल विश्वविद्य‍ालय ने प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने के लिए तीन सदस्यी कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी कालेजों के मानक की जांच करेगी। कालेजों मानक पूरा करने के लिए 15 मार्च तक का समय दिया गया है। मानक पूरा करने होने के बाद प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। विश्वविद्य‍ालय से मानक पूरा करने के लिए फरमान जारी होने के बाद बीपीएड कालेजों में एक बार फिर से पठन पाठन शुरू होने की उम्मीद जग गई है।




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