गोवा। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। लंबे समय से वे बीमारी से जूझ रहे थे। इससे पहले उनकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही थी। 63 वर्षीय पर्रिकर अग्नाशय की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।

गोवा में बीजेपी की मुश्किलें काफी बढ़ गई है। इससे पहले शनिवार तक मनोहर पर्रिकर की तबीयत के बारे में बीजेपी नेता दृढ़ता दिखाते रहे कि पर्रिकर ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। हालांकि अब परिस्थितियां तेजी से बदल रही है। इससे पहले सीएम की खराब सेहत की स्थिति में कांग्रेस पार्टी ने गवर्नर मृदुला सिन्हा से मिलकर सरकार बनाने का दावा ठोंक दिया है। बीजेपी विधायक फ्रांसिस डिसूजे के निधन के बाद से ही कांग्रेस पार्टी राज्य की सत्ता पर काबिज होने की फिराक में है।
कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा में संख्या बल का हवाला देते हुए उन्हें सरकार बनाने का मौका देने की गुजारिश की है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चंद्रकांत केवलेकर ने इस बारे में औपचारिक पत्र राज्यपाल को लिखा। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने भाजपा में जाने की अटकलों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने साफ कहा कि वे निजी कामों से दिल्ली आए थे। बीजेपी के लिए कामत का इनकार बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें कि दिगंबर कामत 2005 में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। उस समय भाजपा की राज्य इकाई में वह दूसरे नंबर की हैसियत रखते थे। मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन से शोक की लहर है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है।

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