जौनपुर: गोली चलाने से पहले घर से महिलाओं को हटा दिया था | #AAPKIUMMID
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जौनपुर। शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के मुजफ्फरपुर पट्टीचकेसर गांव में रविवार की देर शाम गोली मारकर हुई दो लोगों की हत्या पूरी प्लानिंग से की गई थी। हत्यारोपियों ने घटना से पहले ही घर की महिलाओं को रिश्तेदारिंयों में भेज दिया था। सोमवार को मौके पर जुटे ग्रामीणों में इस बात की चर्चा हो रही थी। घटना से तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। पट्टी चकेसर गांव की घटना के लिए पुलिस भी कम जिम्मेदार नहीं है।
दरअसल पट्टी चकेसर गांव निवासी रामउग्र दुबे अपने मकान की छत पर दीवार का निर्माण करा रहे थे। विपक्षियों ने डायल १०० को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो मकान की छतपर निर्माण होता देखकर कहा कि इसमें कोई गलत नहीं हो रहा है। पुलिस विवाद न करने की नसीहत देकर लौट गई। लेकिन विपक्षियों ने तीन घंटे के अंतराल में तीन बार पुलिस को बुलाया। लेकिन पुलिस तीनों बार समझा बुझाकर लौट गई।
पुलिस के जाने के बाद विपक्षियों ने राम उग्र के घर पर आकर धमकी दी कि वे उन्हें घर में सोमवार को होने वाली गीता देवी की तेरहवीं नहीं होने देंगे। तेरवीं से पहले उनकी हत्या की धमकी दी। चूंकी पूर्व में रामउग्र के घर पर विपक्षी बंम फेंक चुके थे। जिससे उनकी धमकी से वे डर गए। दोपहर बाद शाहगंज कोतवाली पहुंचकर रामउग्र ने तहरीर दी कि उनकी जान को खतरा है। विपक्षियों ने हत्या की धमकी दी है। इसे पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। उन्हें घर लौटा दिया। नतीजा यह हुआ कि शाम को घर के बरामदे में रामउग्र अपने भाई रामकेवल व भतीजे अरविंद के साथ खाना खा रहे थे तभी मनबढ़ों ने ताबड़तोड़ उन पर फायरिंग कर दी।
दरअसल पट्टी चकेसर गांव निवासी रामउग्र दुबे अपने मकान की छत पर दीवार का निर्माण करा रहे थे। विपक्षियों ने डायल १०० को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो मकान की छतपर निर्माण होता देखकर कहा कि इसमें कोई गलत नहीं हो रहा है। पुलिस विवाद न करने की नसीहत देकर लौट गई। लेकिन विपक्षियों ने तीन घंटे के अंतराल में तीन बार पुलिस को बुलाया। लेकिन पुलिस तीनों बार समझा बुझाकर लौट गई।
पुलिस के जाने के बाद विपक्षियों ने राम उग्र के घर पर आकर धमकी दी कि वे उन्हें घर में सोमवार को होने वाली गीता देवी की तेरहवीं नहीं होने देंगे। तेरवीं से पहले उनकी हत्या की धमकी दी। चूंकी पूर्व में रामउग्र के घर पर विपक्षी बंम फेंक चुके थे। जिससे उनकी धमकी से वे डर गए। दोपहर बाद शाहगंज कोतवाली पहुंचकर रामउग्र ने तहरीर दी कि उनकी जान को खतरा है। विपक्षियों ने हत्या की धमकी दी है। इसे पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। उन्हें घर लौटा दिया। नतीजा यह हुआ कि शाम को घर के बरामदे में रामउग्र अपने भाई रामकेवल व भतीजे अरविंद के साथ खाना खा रहे थे तभी मनबढ़ों ने ताबड़तोड़ उन पर फायरिंग कर दी।