जौनपुर। जनपद के महराजगंज ब्लाक का सरकारी अस्पताल ऐसा है जहां सरकार ने कागज पर सुविधाएं तो तमाम दी हैं लेकिन न डाक्टर है और न ही कोई एएनएम। बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महराजगंज के तहत लोहिन्दा स्वास्थ्य केन्द्र ब्लाक मुख्यालय से लगभग 15 किमी दूर पडरी लोहिन्दा पिच सड़क के दक्षिण तरफ है। उक्त अस्पताल लाखों रूपये की लागत से करीब 8-10 बर्ष पहले तैयार हुआ है परन्तु लापरवाही के चलते खिड़की, दरवाजे आदि सब टूट गये हैं।

प्रतापगढ़ सीमा होने से जांच टीम भी वहां जाने से कतराती है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लोहिन्दा जब से बना है तब से कागज पर एक बार एएनएम की तैनाती हुई थी। उस समय वहीं डिलवरी भी करवायी जाती रही। कई वर्ष तो अस्पताल के आवास अध्यापकों के कब्जे में रहा लेकिन अब खाली पड़ा है। लोगों का कहना है कि कभी कभार एक फार्मासिस्ट एकाध घण्टे आकर बैठ जाता है। बाकी हमेशा ताला ही लगा रहता है।
सम्बन्धित विभाग सब जानते हुये मौन हैं। छत भी बरसात में टपकती है। क्षेत्र की परेशान आशाएं की मांग है कि उनके गांवों की डिलवरी लोहिन्दा अस्पताल में ही करायी जाय। यहांॉचिकित्सक व अनुभवी एएनएम का होना बहुत जरूरी है।
इस बाबत पूछे जाने पर अस्पताल के मुख्य लिपिक आरपी सिह ने बताया कि लोहिन्दा अस्पताल के चिकित्सक का दो माह पहले तबादला हो गया है। एएनएम की नियुक्ति ही नहीं है जिसके चलते व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने में व्यवधान पड़ रहा है। टीकाकरण के लिये दूसरे क्षेत्र की एएनएम से किसी तरह काम कराया जा रहा है।




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