• विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर वैज्ञानिकों ने रखी बात

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर लोगों के लिए विज्ञान और विज्ञान के लिए लोग विषय पर महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में गुरुवार को व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रो. राजाराम यादव ने कहा कि विज्ञान का प्रयोग जन कल्याण के लिए हो न कि विध्वंस के लिए। सृजन सदैव महत्वपूर्ण होता है विज्ञान एक सिद्धांत है जिसका तकनीकी द्वारा आमजन को लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे सर सीवी रमन की जीवनी को जरूर पढ़ें। उद्घाटन सत्र में अतिथियों ने विज्ञान दिवस पर प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया।

आयोजित व्याख्यान में आईआईटी खड़कपुर के प्रो. एस राम ने कहा कि हम अपनी प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं। समाज व प्रकृति का अभिन्न संबंध है। विज्ञान एवं तकनीकी दोनों ही प्रकृति में ही अंतर निहित है। इसी क्रम में डीआरडीओ के वैज्ञानिक के एन पांडेय ने पॉलीमर पर अपना व्याख्यान दिया।
वैदिक गणित के विशेषज्ञ डॉ. कैलाश ने अंक गणित, बीजगणित, कैलकुलस एवं डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स पर विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने वैदिक गणित के सूत्रों पर भी चर्चा की। पुणे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विलास तभाने ने विज्ञान इंजीनियरिंग तकनीकी एवं मेडिकल तकनीकी पर व्याख्यान दिया। उन्होंने नए शोधों के मानव तथा मानवता की भलाई के लिए जानकारी दी।
तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. बीबी तिवारी ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। स्वागत प्रोफेसर एके श्रीवास्तव एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संतोष कुमार ने किया। संचालन डॉ. रवि प्रकाश ने किया। इस अवसर पर वित्त अधिकारी एमके सिंह, प्रो. वंदना राय, प्रो. राम नारायण, डॉ. रजनीश भास्कर, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. राजकुमार, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. प्रमोद यादव, डॉ. संजीव गंगवार, डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ. शैलेश प्रजापति, वागेश आदि उपस्थित रहे।




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