• शक्ति पर्व पर अजोशी धाम पर उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला

जौनपुर। सिकरारा क्षेत्र के अजोशी महावीर धाम पर मंगलवार को शक्ति पर्व पर पहुंचे श्रद्धालु अपने आराध्य का दर्शन पाकर निहाल हो गए। भक्तों के जयकारे से समूचा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। अजोशी महावीर पावन धाम अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। यहॉ बसन्त पंचमी के बाद पड़ने वाले पहले मंगलवार को शक्ति पर्व प्रत्येक वर्ष श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
ऐसी मान्यता है कि इस पर्व पर देवता भी स्वर्ग लोक से धाम में आकर भक्तों का कल्याण करते हैं। भोर में कर्मकाण्डी विद्वानों की देख रेख में धाम में स्थित विग्रह का इत्र, पुष्प, सिंदूर , अष्टगन्ध ,चाँदी के मुकुट व गदा के साथ भव्य श्रृंगार किया गया और प्रधान सेवक पण्डित गोरख नाथ द्वारा विशेष पूजन व मंगला आरती के बाद चार बजे धाम का मुख्य द्वार भक्तों के लिए खोल दिया गया। घंटा घडियाल की आवाज से पूरा अजोशी गांव भक्ति मय हो गया। धाम पर अपने इष्ट की एक झलक पाने के लिये भक्तों की लम्बी कतार लगी रही।

सुरक्षा बलों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। महिलाओं के लिए लगी अलग पंक्ति की जिम्मेवारी महिला पुलिस सम्हाल रही थी। एक ओर जापक बटुक हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमान बाहुक, सुन्दर काण्ड का जाप कर रहे थे, दूसरी ओर हवन कुण्ड में ॐ हं हनुमते नमः मंत्र के साथ हवन चल रहा था। महिलाओं ने कड़ाही पूजन कर हलवा पूड़ी व लड्डू का प्रसाद चढ़ा कर परिवार की सुख संवृद्धि की मन्नत मांगी। सोमवार से प्रारम्भ हुए अखण्ड श्री राम चरित मानस पाठ का समापन हवन के साथ हुआ।
पण्डित गोरखनाथ मिश्र ने भक्तों को कथामृत पान कराते हुए बताया कि पवन पुत्र हनुमान प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हैं। यदि राम को पाना है तो हनुमान जी की आराधना करिये। श्री मुख से निकला वाक्य तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई बजरंग बली की महानता दर्शाता है। उनकी भक्ति बुद्धि विवेक और ज्ञान का वर्णन गोस्वामी जी ने किया है। पवन तनय बल पवन समाना, बुधि विवेक विज्ञान निधाना।
ब्रह्मा कुमारी संस्था के साधकों ने भी ईश्वर की कृपा पाने के साधन के बारे में बताया। साध्वी लालमुनी मिश्र, पुजारी अरविन्द मिश्र,अतुल कुमार,नन्द किशोर,आकाश मिश्र,विद्या सागर मिश्र ने गर्भ गृह की जिम्मेदारी सम्हाली तो समाज सेवी फ़ौजदार शुक्ल, डा. हरगेन, इंद्रसेन सिंह, त्रिभुवन दास,राम शिरोमणि यादव ,उमेश कुमार आदि ने सहयोग किया।




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