जौनपुर। गौराबादशाहपुर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के कक्षा तीन का एक छात्र स्कूल प्रशासन की लापरवाही के चलते स्कूल की गाड़ी में बैठने के बजाय पैदल ही घर की तरफ चल पड़ा। छात्र के गायब होने की बात से विद्‍यालय से लेकर छात्र के घर तक हडकम्प मच गया। हालांकि छात्र के चाचा ने भाग दौड़ मचाई और घर की तरफ पैदल जा रहे छात्र को देखा तो उसे घर लेकर आए। परन्तु तब तक छात्र स्कूल से लगभग चार किमी दूर पहुंच चुका था।
आजमगढ़ जनपद के बरदह थाना क्षेत्र के उदियांवां निवासी हरिवंश तिवारी का सात वर्षीय इकलौता पुत्र आदित्य तिवारी गौराबादशाहपुर स्थित सरस्वती शिशु विद्‍या मंदिर मे कक्षा तीन का छात्र है और घर से रोजाना स्कूल वाहन से ही विद्‍यालय आता जाता है। रोज की भांति वह शुक्रवार को भी स्कूल वाहन से विद्‍यालय आया था। शाम को छुट्टी के समय जब स्कूल वाहन के ड्राईवर ने छात्रों को घर ले जाने के लिये वाहन मे बैठाया तो पाया कि आदित्य वाहन में नहीं बैठा। इस पर उसने स्कूल प्रशासन को सूचना दी तथा आदित्य की चचेरी बहन रश्मि जो कि उसी विद्यालय में पढ़ती उससे पूछा तो उसने बताया कि आदित्य ने उसके साथ लंच किया फिर उसने उसको नही देखा।
आदित्य के गायब होने की सूचना पर विद्यालय तथा उसके घर पर हडकम्प मच गया। स्कूल ने आदित्य के चाचा तथा पत्रकार विष्णुदत्त को तत्काल फोन से सूचना दी। सूचना पर भागकर विद्‍यालय पहुंचे विष्णुदत्त ने जब गहराई से पूछताछ की तो पता चला कि वह अपने किसी दोस्त से पैदाल जाने को कह रहा था। इस पर कई लोग बाईक से चारों तरफ उसे खोजने निकल पड़े। अन्ततः एक घंटे बाद आदित्य जिवली देवगांव मार्ग पर विद्‍यालय से चार किमी दूर पैदल जाता उसके चाचा को मिल गया। तब जाकर लोगो ने राहत की सांस ली। स्कूल प्रशासन की लापरवाही से किसी के घर का इकलाैता चिराग गायब होते होते बचा। जिसकी वजह से परिजनाें में बेहद आक्रोश व्याप्त है।






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